कोलकाता से पूर्णिया पहुंचा अणुव्रत रथ
इस यात्र का उद्देश्य लोगों में भाई चारा और प्रेम की भावना पैदा करना है
पूर्णिया: गुरुदेव तुलसी जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में अणुव्रत संकल्प यात्र रथ ने शहर में प्रभात फेरी निकाली. जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा द्वारा आयोजित प्रभातफेरी भट्ठा बाजार स्थित तेरापंथ भवन से प्रारंभ होकर आरएन साह चौक, टैक्सी स्टैंड, खीरू चौक से भट्ठा बाजार होते हुए पुन: तेरापंथ भवन पहुंचा. गुरुदेव आचार्य श्री महाश्रवण जी की विदुषी शिष्या समणी ज्योति प्रज्ञा और समणी मानस प्रज्ञा के अगुआई में प्रभातफेरी का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर ज्योति प्रज्ञा ने कहा कि आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी समारोह पांच नवंबर 2013 को राजस्थान के लाडनू में आयोजन किया गया.
इसी उपलक्ष्य में अणुव्रत संकल्प यात्र रथ का आयोजन किया गया है जिसका समापन 25 अक्तूबर 2014 को दिल्ली में होगा. समस्त देश में आचार्य की जन्म शताब्दी मनायी जा रही है. इसी क्रम में अणुव्रत रथ कोलकाता से पूर्णिया पहुंचा है. उन्होंने कहा कि इस यात्र का उद्देश्य लोगों में भाई चारा और प्रेम की भावना पैदा करना है. समाज में हत्या, बलात्कार, हिंसा, व्यसन, भ्रष्टाचार आदि का माहौल बन गया है. हिंसात्मक एवं तोड़ फोड़ मूलक प्रवृत्तियां लोगों में बढ़ रही है. लोग पर्यावरण की समस्या के प्रति जागरूक नहीं हैं. कन्याओं की भ्रूण हत्या की जा रही है. वहीं दूसरी शिष्या समणी मानस प्रज्ञा ने कहा कि इस धरती पर हमेशा से ही अच्छाई और बुराई का समावेश रहा है. राम के युग में भी रावण था.
उन्होंने कहा कि हम बुराई के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि एक दिन ऐसा आयेगा देश फिर से सोने की चिड़िया कहलायेगा. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के सुधरने से परिवार सुधरेगा, परिवार के सुधरने से समाज और समाज के सुधरने से देश सुधर जायेगा. उन्होंने कहा कि संकल्प यात्र का रथ जिले के स्कूल एवं कॉलेजों में जाकर छात्रों को सुखमय जीवन के लिए 11 नियम का संकल्प दिया जायेगा.