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शराबबंदी. जो शराब के धंधे से जुड़े थे, उन्हें अब बेरोजगारी की िस्थति में दूध की दुकानें उपलब्ध करायी जायेंगी

शराब दुकानदारों को पसंद नहीं दूध का कारोबार दस दुकानदारों ने दी थी सहमति शराब दुकानों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब बंद करने की घोषणा की तो शराब कारोबारियों ने सबसे पहले इसका विरोध किया. उनका तर्क था कि दुकानें बंद होने से हजारों लोग बेरोजगार हो जायेंगे. इसका हल निकालते हुए सरकार ने […]

शराब दुकानदारों को पसंद नहीं दूध का कारोबार

दस दुकानदारों ने दी थी सहमति
शराब दुकानों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब बंद करने की घोषणा की तो शराब कारोबारियों ने सबसे पहले इसका विरोध किया.
उनका तर्क था कि दुकानें बंद होने से हजारों लोग बेरोजगार हो जायेंगे. इसका हल निकालते हुए सरकार ने ऐसे कारोबारियों के लिए दूध काउंटर का विकल्प दिया. लेकिन यह विकल्प अब कारोबारियों को रास नहीं आ रहा है. सुधा डेयरी द्वारा आमंत्रित पूर्णिया प्रमंडल के 130 शराब कारोबारियों में से महज 10 ने दूध का काउंटर खोलने के लिए अपनी सहमति दी थी. इसमें से 09 दुकानदार पूर्णिया के थे. जबकि अररिया से एकमात्र सहमति नरपतगंज थाना क्षेत्र के देवीगंज निवासी संजय कुमार साह ने दी थी. पूर्णिया से कसबा के मल्हरिया निवासी रेखा देवी,
रानीपतरा के बेवाकामत निवासी आभा देवी, सदर थाना क्षेत्र के खुश्कीबाग निवासी अमरेंद्र कुमार, जेल चौक निवासी संजय चौधरी, बीकोठी के बालूटोल निवासी गौतम कुमार सिंह व आलोक कुमार सिंह, डगरूआ के कोचैली निवासी जयवर्द्धन, केहाट थाना क्षेत्र के मधुबनी निवासी सुधीर यादव तथा भट्ठा के टैक्सी स्टैंड निवासी वंदना देवी द्वारा दूध काउंटर के लिए सहमति दी गयी थी. यह समति 18 फरवरी को ही डेयरी द्वारा भेजे गये निमंत्रण के बाद दी गयी थी.
राज्य सरकार के स्तर पर यह निर्णय लिया गया कि जो लोग देसी और विदेशी शराब के धंधे से जुड़े हुए थे, उन्हें अब बेरोजगारी की स्थिति में दूध की दुकानें उपलब्ध करायी जायेंगी, लेकिन शराब दुकानों की जगह कारोबारियों को दूध का कारोबार रास नहीं आ रहा है.
पूर्णिया : एक अप्रैल से सूबे में नयी उत्पाद नीति लागू हो गयी है. इसके तहत जिले के सभी अनुज्ञप्तिधारी शराब दुकानों को गुरुवार की रात ही सील कर दिया गया. वहीं नगर निगम क्षेत्र में 19 नयी शराब दुकानों को खोलने की कवायद आरंभ हो गयी है. राज्य सरकार के स्तर पर यह निर्णय लिया गया कि जो लोग देसी और विदेशी शराब के धंधे से जुड़े हुए थे, उन्हें अब बेरोजगारी की स्थिति में दूध की दुकानें उपलब्ध करायी जायेंगी.
लेकिन शराब दुकानों की जगह कारोबारियों को दूध का कारोबार रास नहीं आ रहा है. हालांकि कॉम्फेड (सुधा डेयरी) की ओर से इन शराब दुकानदारों को दूध काउंटर में बदलने के लिए प्रयास जारी है. अब तक महज 02 शराब कारोबारी ने दूध के व्यापार के लिए स्वीकृति प्रदान की है.
130 दुकानदारों को भेजा गया आमंत्रण पत्र : राज्य सरकार के निर्देश के तहत सुधा डेयरी के पूर्णिया कार्यालय से सीमांचल के 130 शराब दुकानदारों को दूध का काउंटर खोलने के लिए आमंत्रण पत्र भेजा गया. जिसमें पूर्णिया के 51, अररिया के 36, कटिहार के 29 व किशनगंज के 14 दुकानदार शामिल हैं.
दुकानदारों को सुधा डेयरी द्वारा अब तक तीन चरणों में आमंत्रित किया गया है. इसमें प्रथम चरण में साधारण डाक से सभी को पत्र भेजा गया. वही दूसरे चरण में टेलीफोन के माध्यम से दुकानदारों को दूध का काउंटर खोलने के लिए आमंत्रित किया गया. लेकिन दुकानदारों का रुझान शराब की जगह दूध के कारोबार की ओर नहीं दिख रहा है. राज्य सरकार ने डेयरी को पुन: सभी कारोबारियों को आमंत्रित करने का निर्देश दिया है. इसके तहत तीसरे चरण में सभी को निबंधित डाक (स्पीड पोस्ट) के माध्यम से आमंत्रित किया गया है. लेकिन इसका भी कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है.
दो दुकानें ही हुई हैं चालू
राज्य सरकार और सुधा डेयरी के विशेष प्रयास के बाद भी शराब कारोबारियों को दूध के कारोबार से नहीं जोङा जा सका है. पूरे प्रमंडल में अब तक महज दो शराब कारोबारियों द्वारा दूध के कारोबार को अपनाया गया है. दोनों दुकानदार पूर्णिया के हैं. जिसमें रानीपतरा के बेलवा कामत निवासी विनय कुमार की पत्नी आभा देवी व सदर थाना क्षेत्र के खुश्कीबाग निवासी अमरेंद्र कुमार शामिल हैं. इसके अलावा स्वीकृति देने वाले शेष 08 दुकानदारों द्वारा भी टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा है.
हालांकि डेयरी के अधिकारी अभी भी दुकानदारों को दूध कारोबार से जोड़ने में जुटे हुए हैं. दीगर बात है कि कारोबार से जुड़ा अंतिम फैसला दुकानदारों को ही लेना है और फिलहाल उनके तेवर यही बताते हैं कि दूध कारोबार में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है.
शराब कारोबारियों के लिए है विशेष छूट
सुधा डेयरी के पूर्णिया प्रमंडल मार्केटिंग इंचार्ज चंद्रदेव कुमार ने बताया कि शराब कारोबारियों के लिए डेयरी का काउंटर खोलने में विशेष छूट दी गयी है. दुकानदारों को निर्धारित प्रपत्र में आवेदन करना होता है. इसके बाद 1500 रुपये की फीस पर उनका पंजीयन किया जाता है. पंजीयन के उपरांत दुकानदार डिस्ट्रीब्यूटर के समक्ष एडवांस बुकिंग कर डेयरी का प्रोडक्ट खरीद व बेच सकते हैं. उनके पास केवल रख-रखाव सुविधा के तौर पर फ्रीज की सुविधा होनी चाहिए.
बताया कि सामान्य तौर पर दुकान की स्वीकृति प्रदान करने के पूर्व यह देखा जाता है कि वह सुधा के काउंटर से कुछ दूर हो. लेकिन शराब दुकानदारों के लिए यह विशेष छूट डेयरी द्वारा दी जा रही है. है.
कहते हैं प्रबंधक
सुधा डेयरी के प्रबंधक अरविंद कुमार ने बताया कि शराब दुकानदारों को डेयरी द्वारा जारी निर्देश के तहत तीन राउंड में आमंत्रित किया गया है. दो दुकानों को चालू भी कर दिया गया है. आवेदन मिलते ही दुकानों को चालू कराने का प्रयास किया जायेगा.

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