चोरी-चपाटी का अब गया जमाना
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खुशखबरी. कदाचार मुक्त शुरू हुई इंटरमीडिएट की परीक्षा, जिला प्रशासन सख्त
चोरी-चपाटी का अब गया जमाना परीक्षा केंद्र पर विलंब से पहुंचने वाले और परीक्षा समिति द्वारा जारी गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले दो स्टेटिक मजिस्ट्रेट और एक वीक्षक से स्पष्टीकरण पूछा गया है. पहले दिन एक भी परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित नहीं हुए. पूर्णिया : अभूतपूर्वक सुरक्षा-व्यवस्था के बीच बुधवार से इंटरमीडिएट […]
परीक्षा केंद्र पर विलंब से पहुंचने वाले और परीक्षा समिति द्वारा जारी गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले दो स्टेटिक मजिस्ट्रेट और एक वीक्षक से स्पष्टीकरण पूछा गया है. पहले दिन एक भी परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित नहीं हुए.
पूर्णिया : अभूतपूर्वक सुरक्षा-व्यवस्था के बीच बुधवार से इंटरमीडिएट परीक्षा की शुरुआत जिला मुख्यालय व अनुमंडल मुख्यालय के 25 केंद्रों पर आरंभ हुई. परीक्षा के पहले दिन ही जिला प्रशासन ने अपनी कथनी को करनी में तब्दील करने में सफलता हासिल की. परीक्षा केंद्रों पर जहां स्टेटिक दंडाधिकारी से लेकर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गये थे, वहीं आलाधिकारी भी विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया.
डीएम पंकज कुमार पाल, डीडीसी रामशंकर एवं एसडीएम रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह ने भी परीक्षा का जायजा लिया. प्रथम पाली में विज्ञान संकाय के जीव विज्ञान की परीक्षा हुई, जबकि द्वितीय पाली में कला संकाय के दर्शनशास्त्र की परीक्षा हुई. परीक्षा केंद्र पर विलंब से पहुंचने वाले और परीक्षा समिति द्वारा जारी गाइड लाइन का उल्लंघन करने वाले दो स्टेटिक मजिस्ट्रेट और एक वीक्षक से स्पष्टीकरण पूछा गया है. पहले दिन एक भी परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित नहीं हुए.
कतार में थे परीक्षार्थी, पुलिस थी सतर्क : सुबह के करीब 09 बज रहे थे. मधुबनी स्थित मां काली उच्च माध्यमिक विद्यालय परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों की लंबी कतार लगी हुई थी. मुख्य द्वार बंद था और छोटे गेट के माध्यम से परीक्षार्थियों को प्रवेश की अनुमति दी गयी थी. मुख्य द्वार में प्रवेश करने के साथ ही छात्रों की जांच पुलिसकर्मियों द्वारा की जा रही थी. जांच का आलम यह था कि शक होने पर कुछ छात्रों के जूते भी उतरवाये गये.
पूरे मामले की निगरानी प्रशिक्षु डीएसपी निशित प्रिया कर रही थी. स्कूल के ठीक सामने एक पान की दुकान खुली हुई थी, जिसे डीएसपी द्वारा तत्काल बंद कराया गया. मधुबनी टीओपी अध्यक्ष जयशंकर प्रसाद समेत अन्य पुलिसकर्मी परीक्षा केंद्र पर तैनात दिखे.
सघन जांच से गुजरीं छात्राएं
सुबह के 09:20 बज रहे थे. जिला स्कूल परीक्षा केंद्र महिला परीक्षार्थियों के लिए बनाया गया है. यहां भी मुख्य द्वार बंद था और छोटे द्वार से परीक्षार्थी प्रवेश कर रहे थे. मुख्य द्वार के बगल में ही टीन का बना जांच केंद्र स्थापित किया गया था, जहां महिला पुलिसकर्मी छात्राओं की जांच कर रही थी. यहां मुख्य द्वार पर कुछ अभिभावकों की भीड़ देखी गयी. लेकिन जैसे ही समय 09:45 हुआ, उपस्थित सब इंस्पेक्टर ने सभी अभिभावकों को वहां से हट जाने का निर्देश दिया. अंतिम समय तक परीक्षार्थियों का आने-जाने का सिलसिला जारी रहा.
स्टेटिक दंडाधिकारी से पूछा गया शो-कॉज
जिले में कहीं से भी कदाचार के आरोप में निष्कासन की सूचना नहीं है. लिहाजा कदाचार मुक्त और शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न होने से जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है. वहीं जारी निर्देशों के उल्लंघन के आरोप में दो स्टेटिक मजिस्ट्रेट से स्पष्टीकरण पूछा गया है. जानकारी अनुसार जिला परिषद के सहायक अभियंता ब्रह्मदेव पंडित और पीएचइडी के सहायक अभियंता हिमांशु कुमार अपने परीक्षा केंद्र पर विलंब से पहुंचे थे. इसके अलावा जिला स्कूल में वीक्षक के रूप में तैनात अनिता देवी अपने साथ मोबाइल ले गयी थी. इन तीनों से शो-कॉज पूछा गया है.
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