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शक्षिा से ही सत्य मार्ग और ज्ञान की प्राप्ति: महाश्रमण

शिक्षा से ही सत्य मार्ग और ज्ञान की प्राप्ति: महाश्रमण पूर्णिया. व्यवस्था सत्यमापनोति अर्थात व्यवस्था से ही सत्य की प्राप्ति होती है. सत्य को जानने के लिए व्यवस्था का होना भी परम आवश्यक है. बिना व्यवस्था के ज्ञान और सत्य की प्राप्ति नहीं हो सकती है. इसे जानने के लिए विद्यालय की व्यवस्था को देखें. […]

शिक्षा से ही सत्य मार्ग और ज्ञान की प्राप्ति: महाश्रमण पूर्णिया. व्यवस्था सत्यमापनोति अर्थात व्यवस्था से ही सत्य की प्राप्ति होती है. सत्य को जानने के लिए व्यवस्था का होना भी परम आवश्यक है. बिना व्यवस्था के ज्ञान और सत्य की प्राप्ति नहीं हो सकती है. इसे जानने के लिए विद्यालय की व्यवस्था को देखें. विद्यालय में व्यवस्था से ही शिक्षा की प्राप्ति होती है. शिक्षा की प्राप्ति से ही मनुष्य ज्ञानी बनता है और सत्य मार्ग पर अग्रसर होता है. उक्त बातें तेरापंथ के 11 वें आचार्य महाश्रमण ने अपने प्रवचन के दौरान श्रावक सभा को संबोधित करते हुए मंगलवार को कही. आचार्य महाश्रमण ने कहा कि स्वाध्याय अर्थात स्वयं का अध्ययन. जो व्यक्ति स्वयं का अध्ययन कर वो खुद में वास्तविक सुधार कर सकता है. स्वाध्याय करने से नैतिक विकास होता है. सत्यता की पहचान होती है, जिसके बाद जीवन को शांति और सौहार्द पूर्ण तरीके से जिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सत्य को जानने से चेतना सुंदर बनती है. आचार्य महाश्रमण ने श्रावकों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि ज्ञान के प्रकाश में चलना अहिंसा के मार्ग पर चलने जैसा है. इस दौरान महाश्रमण जी ने उपस्थित श्रावक समाज को कहा कि बड़ों का मार्ग दर्शन लेकर अपने जीवन को सत्य, अहिंसा के मार्ग पर आगे बढ़ाया जा सकता है. इस दौरान मंच पर विराजमान साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा जी ने भी श्रावक समाज को संबोधित करते हुए कहा कि एक साधे सब सधे, सव साधे सब जाय, अर्थात व्यक्ति के सुधार में ही समाज का सुधार होता है. समाज के सुधार से ही राष्ट्र और विश्व स्तर पर सुधार आयेगा. कार्यक्रम एक नजर में मंगलवार को प्रात: 06 बज कर 10 मिनट पर श्रावक समाज की ओर से वृहत मंगलपाठ का आयोजन किया गया, जिसमें भारी संख्या में श्रावक समाज उपस्थित रहा. सुबह 07 बजे आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में प्रभातफेरी निकाली गयी. इस दौरान आचार्य महाश्रमण जी श्रावक समाज के घर पधारे और मंगलपाठ सुनाया. इस मौके पर श्रावक समाज की ओर से पाव धुलाई कर आर्शीवचन प्राप्त किया गया. इसके बाद 09:15 बजे मुनि श्री कमल कुमार जी के सानिध्य में अभिनव सामयिक का आयोजन किया गया. गुरू दर्शन को पहुंच रहे हैं श्रावक जैन आचार्य महाश्रमण जी के दर्शन को लेकर प्रवास के दूसरे दिन भी नेपाल, बंगाल और बिहार के कोने-कोने से श्रावकों का आना जारी है. जैन समाज के 11 वें आचार्य महाश्रमण की एक झलक और उनके सानिध्य की प्राप्ति के लिए श्रावक बेचैन रहे. उनके प्रवचन के दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग भी उपस्थित थे. जीवनशैली पर तेयुप की कार्यशाला मंगलवार को जैन मुनि योगेश कुमार जी के सानिध्य में तेयुप कार्यकर्ताओं को जीवन दर्पण कराया गया. अर्थात मानव जीवन में व्यक्ति के विकास के लिए बेहतर जीवन के लिए कैसा हो जीवनशैली, इस पर जीवन दर्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यशाला में बिहार और उत्तर बंगाल के तेयुप कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में महिला मंडल एवं कन्या मंडल की बहनें उपस्थित थी. फोटो:- 19 पूर्णिया 09 एवं 10परिचय:- 09- प्रवचन करते आचार्य महाश्रमण10- प्रवचन सुनती महिलाएं ——————- विनम्रता ही है शांति और विकास: जैन मुनि पूर्णियात्रउन्नति वस्त्र से नहीं विचारों में विनम्रता से होती है. विनम्रता से ही शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त होता है. विनम्रता जैन समाज का मूल है. जो नमता है, वही जमता है, चाहे समाज हो या कारोबार या परिवार. लोग मानव युग को याद करते हैं. इंसान को गुणात्मक दृष्टिकोण से ही प्रतिष्ठा प्राप्त होता है. उक्त बातें अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के जीवन दर्पण कार्यशाला के दौरान जैन मुनि योगेश कुमार जी ने कही. कार्यशाला के दौरान उत्तर बंगाल और बिहार से आये तेयुप कार्यकर्ताओं को जीवन की सच्चाईयों, जीवन जीने की कला का दर्शन कराते हुए मुनि ने कहा कि दिल और दिमाग में उदारता को भरे तब होगा विकास. संकीर्ण विचारों का परित्याग कर पहले इनसान बने और उदारता को अपनायें. कार्यशाला का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से प्रारंभ हुआ. सभा अध्यक्ष निर्मल जैन के स्वागत भाषण के साथ संयोजक प्रमोद डागा ने आभार प्रकट किया. इसके बाद वक्ता के रूप में संजय खटेड ने युवाओं को संबोधित किया. कार्यशाला में केंद्रीय संयोजक मनीष दफ्तरी, तेयुप के सहमंत्री पंकज डागा, पवन भूरा, चेतन नाहर, पवन सेठिया, रतन पुगलिया आदि मौजूद थे. फोटो:- 19 पूर्णिया 12परिचय:- दर्पण कार्यशाला को संबोधित करते जैन मुनि ———————मेडिकल कैंप में 466 लोगों का मुफ्त जांच, दवा व चश्मा पूर्णियात्रतेरापंथ प्रोफेशन फोरम के तत्वावधान में कसबा के एक निजी स्कूल में आयोजित चिकित्सा कैंप में मंगलवार को 466 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गयी. इस दौरान लोगों के बीच दवा व चश्मा का वितरण भी किया गया. मेडिकल कैंप के प्रायोजक प्रख्यात डा विनोद धारेवा के साथ फिजिशियन डा रामशंकर पांडेय, डा इरशाद, सहयोगी राम अवतार, विद्यासागर भी मौजूद थे. कैंप में छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों का स्वास्थ्य जांच किया गया. मौके पर टीपीएफ के अध्यक्ष डालचंद जी संचेती, सचिव पवन मालू, कोषाध्यक्ष सौरभ वैद्य, सचिव रूपेश डुंगरवाल ने संयुक्त रूप से दवा व चश्मा का वितरण किया. वहीं कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका स्कूल संचालक रवींद्र साह, संतोष साह एवं निकेश कुमार ने निभाया. कार्यक्रम की सफलता पर टीपीएफ अध्यक्ष एवं डा विनोद धारेवा ने पूरी टीम को बधाई दी है. रक्तदान शिविर आज बुधवार को प्रायोजित कार्यक्रम की तीसरी कड़ी में टीपीएफ के तेरापंथ भवन में मेगा ब्लड कैंप का आयोजन होगा. उक्त जानकारी अध्यक्ष डालचंद जी संचेती ने देते हुए बताया कि अहिंसा यात्रा के दौरान महाश्रमण के आगमन पर प्रोफेशन फोरम मानवता की कड़ी में यह अभियान चला रहा है. फोटो:- 19 पूर्णिया 11परिचय:- मरीजों की जांच करते चिकित्सक

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