पूर्णिया : गंदा है लेकिन सुरेश नट के लिए जिस्मफरोशी एक धंधा है. इसी गंदे धंधे के जरिये मानव तस्करी की दुनिया का सुरेश नट बेताज बादशाह बन बैठा. सुरेश नट का यह कारोबार बिहार से लेकर बंगाल तक फैला है. सुरेश ने न केवल इस काले कारोबार से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की बल्कि इस धंधे का एक नामचीन चेहरे के रूप में जाना जाता है.
सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, किशनगंज, बेगूसराय के बलिया और किशनगंज का खगड़ा उसके देह व्यापार का कार्य क्षेत्र रहा है. वह पश्चिम बंगाल के पांजीपाड़ा में भी देह व्यापार की गतिविधि से जुड़ा हुआ है. नट जाति से ताल्लुकात रखने वाला सुरेश का मुख्य पेशा लड़कियों की खरीद फरोख्त है. सीतामढ़ी में देह व्यापार के लिए राजी नहीं होने पर एक लड़की की हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड में सुरेश नट प्राथमिकी अभियुक्त है. गौरतलब है कि 31 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जब सदर थाना क्षेत्र के कब्रिस्तान टोला में स्थित जमीन और मकान को जब्त किया गया तो सुरेश नट अचानक सुर्खियों में आ गया.
सुरेश का क्या है पूर्णिया कनेक्शन : जानकार बतलाते हैं कि पांच वर्ष पूर्व गुलाबबाग के कब्रिस्तान टोला की मुन्नी खातून, उसकी बहन गुड्डी खातून तथा उसके भाई आजाद से सुरेश नट का संपर्क हुआ. उक्त तीनों देह व्यापार कराने के मामले में जेल की हवा खा चुका है लेकिन एक बार फिर इस पेशे में सक्रिय है. मुन्नी खातून से सुरेश का परिचय बढ़ा और इन लोगों की मदद से ही उसने जमीन सहित मकान खरीदा. सुरेश नट के मकान की देखरेख भी आजाद ही किया करता था.
मुन्नी खातून पर देह व्यापार को लेकर सदर थाना में 31 अक्टूबर 2013 को कांड संख्या 463/13 दर्ज किया गया था. कटिहार मोड़ स्थित अड्डे में कारोबार से जुड़ी रिक्की खातून के भी सुरेश नट से बेहतर संबंध रहे हैं. तत्कालीन एएसपी दीपक वर्णमाल के नेतृत्व में सघन छापेमारी में रिक्की खातून को जेल जाना पड़ा था. कहा जाता है कि किशनगंज के खगड़ा स्थित रेडलाइट एरिया में सुरेश नट के देह व्यापार का वृहद कारोबार जारी है.
फिर सक्रिय हुए जिस्म के कारोबारी : जानकारी अनुसार गुड्डी खातून के संरक्षण में कटिहार मोड़ स्थित रेडलाइट एरिया में देह व्यापार का कारोबार एक बार फिर परवान चढ़ रहा है. इस काम में उसका पति राजू उर्फ गंदला की भी संलिप्तता बतायी जा रही है. कहा रहा है कि राजेश व कुमार नाम के दो दलालों के सहयोग से रेडलाइट एरिया के सड़क किनारे एक पक्का के मकान में कई कम उम्र की लड़कियों के साथ देह व्यापार का कार्य चल रहा है.
पुलिस द्वारा इस मामले में अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं गयी है. 2013 के अक्टूबर माह में तत्कालीन एसपी किम के नेतृत्व में पूर्णिया के गुलाबबाग स्थित रेडलाइट एरिया लखनझड़ी व कब्रिस्तान टोला में छापेमारी अभियान चलाया गया था. जिसमें कई दलालों सहित लगभग 7 दर्जन लड़कियों की बरामदगी हुई थी. तब कुछ दिनों तक इस धंधे पर ब्रेक लगा था, लेकिन अब फिर जिस्म का बाजार फल-फूल रहा है.