झूठ से बड़ा पाप नहीं, सच से बड़ा तप नहीं प्रतिनिधि, भवानीपुरमानव शरीर बड़ी मुश्किल से मिलता है और जिंदगी दो दिनों का मेला है. लोग झूठ और मिथ्या के बीच फंस कर पूरी जिंदगी बरबाद कर लेते हैं, जबकि जिंदगी सद्कर्मों के लिए बनी है. झूठ से बड़ा कोई पाप नहीं होता है. झूठ पतन और नाश का कारण बनता है. सच से बड़ा कोई तप नहीं होता है. उक्त बातें बाल योगी आशीष आनंद ने शनिवार को उच्च विद्यालय क्रीड़ा मैदान में आयोजित तीन दिवसीय संतमंत सत्संग समारोह के प्रथम दिन संबोधित करते हुए कही. इस सत्संग का समापन सोमवार को होगा. सत्संग में बाल योगी आशीष आनंद जिनकी उम्र महज 12 वर्ष है, मुख्य प्रवचनकर्ता हैं. आयोजन समिति के अध्यक्ष उमाकांत यादव ने बताया कि बाल योगी आशीष आनंद का जन्म खगडि़या जिले के गौरा शक्ति ग्राम में हुआ है. तीन वर्ष की उम्र में ही उन्होंने संतमंत की दीक्षा ली थी. उन्होंने बताया कि भवानीपुर पूरब व पश्चिम, दुर्गापुर, सिंहियान, माधव नगर, केमई, भेलवा, सोनदीप, श्रीपुर, बभनचक्का, ब्रह्मज्ञानी सहित दूसरे जिला के हजारों श्रद्धालु सत्संग में प्रवचन सुनने के लिए आ रहे हैं. महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के बैठने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गयी है. श्रद्धालुओं के भोजन के लिए भंडारा का भी आयोजन किया गया है. शौचालय, पेयजल व ठहरने की उत्तम व्यवस्था की गयी है. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो, इसको लेकर प्रशासन के सहयोग के लिए वोलेंटियर लगाये गये हैं. उन्होंने कहा कि व्यवस्था में सेवानिवृत्त प्राचार्य उपेंद्र प्रसाद सिंह, धर्मचंद्र यादव, घनश्याम यादुका, पूर्व मुखिया भूपेंद्र साह व महेंद्र भगत सहित लगभग एक दर्जन से अधिक स्थानीय लोग लगे हुए हैं. फोटो:- 05 पूर्णिया 24 एवं 25परिचय:- 24- प्रवचन करते बाल योगी आशीष आनंद25- सत्संग सुनने आये लोग
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झूठ से बड़ा पाप नहीं, सच से बड़ा तप नहीं
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