पूर्णिया.: मधुबनी काली पूजा में वर्षों से पहलवानी एवं नाटक का मंचन होता रहा है. इस बार भी लगभग दो सौ पहलवान अपनी-अपनी जोर-आजमाइश करेंगे, जो शुक्रवार से आरंभ हो चुका है. वहीं मंदिर परिसर में भव्य मेला का आयोजन किया गया है. मेले में नाटक का मंचन गुरुवार से शुरू हो गया.
बिहुला और राजा हरिश्चंद्र की कथाओं पर आधारित नाटक का मंचन किया जा चुका है. मेले में पहलवानी का रहता है जोर सात दिवसीय काली पूजा मेले के अंतिम तीन दिन पहलवानी का जोर रहता है. पहलवानी देखने सैकड़ों लोग मेले में खासतौर पर पहुंचते हैं. काली पूजा समिति के अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद पंकज यादव ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी मधेपुरा, भागलपुर, सहरसा, कटिहार,
साहेबगंज आदि जिलों के अलावा स्थानीय तौर पर लगभग 200 पहलवान कुश्ती प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं. रविवार को कुश्ती का फाइनल प्रतियोगिता होगा. पहलवानों को कई समूह बना कर मुकाबला कराया जाता है. विजेता को इनाम की तय राशि देकर सम्मानित किया जाता है, वहीं हारे हुए पहलवानों को विजेता से आधी राशि दी जाती है. 10 बीघा परिसर में लगता है मेला काली मंदिर के 10 बीघा परिसर में भव्य मेला का आयोजन होता है.
हालांकि इस बार चुनाव को लेकर मेला में बाहर से झूला व चित्रहार नहीं पहुंचा. फिर भी सैकड़ों दुकानों के अलावा मीना बाजार मेले के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. रविवार को होगा मूर्ति विसर्जन मंगलवार की रात्रि शुरू हुआ काली पूजा रविवार को समाप्त हो जायेगा और मूर्ति विसर्जित कर दी जायेगी.
गुरुवार को छाग की बलि दी गयी. इस दिन मंदिर में मां काली के भक्तों की भीड़ अत्यधिक रहती है. पूजा कमेटी के शमीम अख्तर हैं सदस्यकाली पूजा समिति में मुसलिम समुदाय के मो शमीम अख्तर भी सक्रिय सदस्य हैं. उनके पूर्वज भी मंदिर कमेटी के सदस्य रह चुके हैं.
इस संबंध में कमेटी के बांके यादव ने बताया कि पूजा आरंभ से लेकर समाप्ति तक मो शमीम अख्तर की भागीदारी रहती है. श्री अख्तर मधुबनी यादव टोला के निवासी हैं.
इनके अलावा कमेटी के सचिव पंचानंद यादव, कोषाध्यक्ष सुरेश प्रसाद मेहता, बैद्यनाथ मेहता के अलावा चंदन यादव, संतोष यादव, कुंदन यादव, तारणी प्रसाद मेहता, दिनेश यादव, राधे पासवान, कमलेश्वरी मेहता, पन्ना लाल पासवान, अनिल यादव, सोनू आदि का पूजा व मेले के आयोजन में सराहनीय सहयोग रहता है. फोटो:- 13 पूर्णिया 14,15,16,17परिचय:- 14- काली मंदिर में पूजा करते श्रद्धालु15- मेला का दृश्य16,17- कुश्ती करते पहलवान