पूर्णिया : गुलाबबाग में सजा गणपति दरबार हजारों लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है. श्रद्धालुओं की भीड़ हर सुबह और शाम धर्म की सारी बंदिश तोड़ जाती है.
गणपति बप्पा मोरया के जयघोष से गूंजता वातावरण और विघ्नहर्ता के दर्शन को लोग उमड़ पड़ते हैं. हालांकि महोत्सव का सुरूर अपने अंतिम चरण में है. रविवार को कान्हा की टोली मटका फोड़ेगी और महोत्सव का विसर्जन हो जायेगा.
गणेश चतुर्थी के दिन से प्रारंभ गणपति महोत्सव व भव्य गणपति दरबार पिछले नौ दिनों से श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना हुआ है. बल्कि महोत्सव में मेला संस्कृति की जीवंत तसवीर गुलाबबाग को हर रोज गुजरे दिनों की याद ताजा कर जाता है. शुक्रवार को महोत्सव का नजारा कुछ खास था.
बकरीद की छुट्टी और त्योहारों की मस्ती, क्या धर्म क्या मजहब सारी दूरियां मिट गयी थीं. सब पर बुद्धि के देव मेहरबान थे. मेले में गंगा जमुनी तहजीब की जीवंत तसवीर दिख रही थी.
पूजा पंडाल में भाई ग्रुप के भाई अंसार अहमद बलियाबी व्यवस्था में व्यस्त थे. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मेले में व्यवस्था संभालने में पूरी कमेटी लगी थी.
आज मेला का है अंतिम दिन
शुक्रवार को गुलाबबाग में आस्था की पराकाष्ठा दिखी. सुबह आरती एवं शाम के महाआरती के बाद मेले में उमड़ी भीड़ में जमीन गुम हो चली थी. भीड़ का आलम यह था कि मेला कमेटी के दर्जनों सदस्यों के साथ पुलिस के जवानों को भी भारी मशक्कत करनी पड़ी. हालांकि मेले में सीसीटीवी कैमरे के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे. अलबत्ता किसी तरह की कोई घटना नहीं घटी. गौरतलब है कि शनिवार को मेले का आखिरी दिन है, लिहाजा शुक्रवार को मेले में काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी थी.