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सभी अड़ रहे अपनी मांगों पर, विकास की राह में हड़ताल का रोड़ा
पूर्णिया: चुनावी मौसम के नजदीक आने के साथ ही संविदा कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद करने लगे हैं. कर्मियों की हड़ताल अप्रैल महीने से ही शुरू है. पहले नियोजित शिक्षकों ने 13 अप्रैल से वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलन की शुरुआत की. उसके बाद होमगार्ड जवानों की ओर से पांच सूत्री […]
पूर्णिया: चुनावी मौसम के नजदीक आने के साथ ही संविदा कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद करने लगे हैं. कर्मियों की हड़ताल अप्रैल महीने से ही शुरू है. पहले नियोजित शिक्षकों ने 13 अप्रैल से वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलन की शुरुआत की. उसके बाद होमगार्ड जवानों की ओर से पांच सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल की गयी. फिर जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मियों की एक जून से हड़ताल और अब सोमवार से प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर जिले में कार्यरत कार्यपालक सहायक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये हैं. हालांकि नियोजित शिक्षक और स्वास्थ्यकर्मी काम पर लौट आये हैं.
नियोजित शिक्षकों ने हड़ताल 13 अप्रैल से की थी हड़ताल : बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर वेतनमान की मांग को लेकर नियोजित शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 15 अप्रैल से थी. इस दौरान शिक्षकों ने तालाबंदी के साथ-साथ पठन-पाठन को बाधित किया था. सरकार से कई चरणों में वार्ता के बाद कुछ संघों ने हड़ताल वापस ले ली थी. 13 मई से सरकार की ओर से गरमी छुट्टी की घोषणा के बाद शिक्षकों का आंदोलन कमजोर पड़ गया और गरमी छुट्टी के बाद शिक्षक काम पर लौट आये.
होमगार्ड जवान 15 मई से बने हैं हड़ताल पर : अपनी पांच सूत्री मांगों के समर्थन में होमगार्ड के जवान पिछले 15 मई से हड़ताल पर हैं, जिस कारण शहर में ट्रैफिक व्यवस्था समेत होमगार्ड की तैनाती वाले जगहों पर किसी तरह काम-काज चल रहा है.
स्वास्थ्य कर्मी एक जून से थे हड़ताल पर : अपनी मांगों के समर्थन में जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारी और कर्मी के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मी एक जून से हड़ताल पर थे, जिस कारण सदर अस्पताल, रेफरल समेत पीएचसी में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गयी थी. हालांकि ये कर्मी 8 जून से काम पर लौट आये हैं.
कार्यपालक सहायक की हड़ताल शुरू : कार्यपालक सहायक सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, जिससे जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड और अंचल कार्यालय तक में काम-काज ठप है. खास कर आरटीपीएस और मनरेगा के साथ-साथ विभिन्न कार्यालयों में डाटा से संबंधित कार्य बाधित हो रहा है.
नौ जून से बीइपी कर्मियों की हड़ताल : बीइपी कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल नौ जून से निर्धारित है. मांगों के समर्थन में बीइपी कर्मियों का पटना में आठ जून को धरना निर्धारित था. इस दौरान मांगें पूरी नहीं होने पर नौ जून से हड़ताल का कार्यक्रम है. बीइपी कर्मियों के हड़ताल कस्तूरबा विद्यालय का संचालन प्रभावित होगा.
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