पूर्णिया: संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल के चौथे दिन भी सदर अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हुई. आपात कालीन सेवा निर्बाध चला. किंतु ओपीडी सेवा पर आंशिक असर पड़ा. गरमी के बावजूद स्वास्थ्य कर्मी अपने दस सूत्री मांगों के समर्थन में धरना पर डटे हुए थे. स्वास्थ्य कर्मियों के इस हड़ताल से कार्यरत नियमित स्वास्थ्य कर्मियों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है.
चौथे दिन भी जारी रही हड़ताल. हड़ताल के चौथे दिन भी सदर अस्पताल समेत जिले के क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधन इकाई, जिला प्रबंधन इकाई, आशा, ममता, फर्मासिस्ट, एएनएम, यक्ष्मा सहायक, आदि अपने दस सूत्री मांगों के समर्थन में सदर अस्पताल स्थित सिविल सजर्न कार्यालय के समक्ष धरना- प्रदर्शन किया. धरना पर बैठे स्वास्थ्य कर्मी एक मांग-वेतनमान के नारे को बुलंद किया. धरना में कई आशा, ममता, एएनएम आदि शामिल थे.
ओपीडी पर पड़ा असर. चौथे दिन के हड़ताल में ओपीडी में आम दिनों की भांति कम मरीज सदर अस्पताल पहुंचे. डाटा ऑपरेटरों के हड़ताल से वापस लौटने के कारण निबंधन भी लोगों ने आसानी से कराया. साथ ही काउंसेलिंग भी सहज ढंग से हुआ. मरीजों की असली परेशानी दवा लेने में हुई. कुल चार दवा काउंटरों में से मात्र दो ही काउंटर खुले थे, जिसमें दवा लेने के लिए मरीजों के बीच धक्का- मुक्की होती रही.
इंडोर रहा चकाचक
हड़ताल का असर आपात कालीन सेवा एवं इंडोर के मरीजों पर नहीं के बराबर पड़ा.वहां सभी कार्य सामान्य स्थिति में संपन्न होता रहा.इन वार्डो में नियमित एएनएम, फार्मासिस्ट, प्रशिक्षणार्थी एएनएम की सेवा ली जा रही है. संविदा कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण इन पर अतिरिक्त कार्य बोझ बढ़ गया है. कई सेवा लगभग ठप है. इनमें डायलिसिस, टीबी जांच आदि शामिल हैं.
कहते हैं अधिकारी
सदर अस्पताल सहित जिले के तमाम अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य रुप से चल रही है. किंतु हड़ताल की चर्चा से अस्पतालों में मरीज का आना कम हुआ है. अस्पताल में सभी दवा उपलब्ध है. मरीजों को आवश्यकतानुसार दवा दी जाती है.
डॉ एसएन झा, सिविल सजर्न, पूर्णिया