शहर में सक्रिय हैं करीब दो दर्जन महिला दलाल
प्रतिनिधि, पूर्णिया:
दलाल कौन
यूं तो डॉक्टरों द्वारा पोषित दलाल प्रमंडल क्षेत्र के कोने-कोने में फैले हुए हैं. जो गांवों में अपने डॉक्टरों के लिए मरीज का प्रबंध करते हैं. डॉक्टरों के दलालों की फेहरिस्त काफी लंबी है. जिसमें टेंपो चालक, एंबुलेंस चालक, रिक्शा चालक सहित निमA वर्गीय महिलाएं शामिल हैं. इस टाइप के दलाल मरीजों को आसानी से बरगला कर अपने चहेता डॉक्टरों के पास पहुंचा कर मोटी कमीशन वसूल कर लेते हैं.
कैसे फांसता है मरीजों को
टेंपो एवं रिक्शा वाले मरीजों के उनके वाहनों पर बैठते ही मरीजों के पसंदीदा डॉक्टर से ध्यान हटाने के लिए तरह-तरह के झांसा देना शुरू करता है. दलालों द्वारा मरीजों को उक्त डॉक्टर के मर जाने, बाहर जाने एवं बीमार होने की बात बता कर अपने तयशुदा डॉक्टर के क्लिनिक में ले जाते हैं. जहां मरीज अपने साथ लाये सभी रकम नीम हकीमों के पास लूटा पिटा कर घर चले जाते हैं.
महिला दलालों का काम
पूर्णिया शहर में तकरीबन दो दर्जन महिला दलाल सक्रिय है. जो सदर अस्पताल परिसर में हमेशा मंडराती रहती है. मौका मिलते ही सदर अस्पताल प्रसव के लिए पहुंचने वाली महिलाओं को बहला फुसला कर महिला डॉक्टरों के निजी क्लिनिक में पहुंचा आती है. इन सबके बावजूद अब तक इन दलालों पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई कारगर उपाय नहीं किये हैं.