यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि किसी अप्रत्याशित घटना के बाद अवांछित तत्वों द्वारा कोई अनावश्यक विधि व्यवस्था की समस्या पैदा करने की कोशिश न की जाये. इसके साथ ही थाना एवं पुलिस बलों को हमेशा गतिशील रखा जाय, ताकि स्थिति पर पूर्ण नियंत्रण रखी जा सके. आयुक्त ने कहा कि किसी घटना के बाद धरना, जुलूस, प्रदर्शन आदि निकाले जाते हैं.
जो कभी-कभी उग्र रूप धारण कर लेता है. ऐसी घटनाओं को पूर्ण टैक्ट फुल्ली हैंडल किया जाय, ताकि विधि व्यवस्था की कोई गंभीर समस्या उत्पन्न न हो. पूर्णिया में सं™ोय अपराधियों की संख्या 502, कटिहार में 300, अररिया में 271 एवं किशनगंज जिले में 187 प्रतिवेदित है. आयुक्त ने पुलिस प्रशासन को पूरी शक्ति लगा कर अपने-अपने जिलों में कानून का राज स्थापित करने का निर्देश दिया. बैठक में डीआइजी आरएन सिंह, पूर्णिया डीएम राजेश कुमार, एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी, किशनगंज डीएम अनिमेश पराशर, डीएसपी किशनगंज, कटिहार डीएम प्रकाश कुमार, एसपी क्षत्रनील सिंह, अररिया डीएम नरेंद्र कुमार सिंह, एसपी विजय कुमार वर्मा, विकास प्रभारी एलएन मिश्र, उप जनसंपर्क निदेशक सुशील कुमार शर्मा आदि उपस्थित थे.