पूर्णिया: मिर्जापुर गांव के निकट अब्दुल रसीद की जमीन की खुदाई के दौरान शुक्रवार को मुगलकालीन पांच चांदी के सिक्के मिले. सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उसे जब्त कर लिया. हालांकि गांव में दो घड़ा चांदी के सिक्के मिलने की चर्चा है. कहा जा रहा है कि उसे आस-पास के लोग लेकर चले गये. पुलिस के पहुंचने तक मात्र पांच सिक्का ही बचा हुआ था.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह मिर्जापुर निवासी अब्दुल रसीद की जमीन की जेसीबी से खुदाई की जा रही थी. उससे निकली मिट्टी को ट्रैक्टर से भोला शास्त्री कृषि महाविद्यालय भेजा जा रहा था. इसी दौरान जमीन के अंदर से मिट्टी का दो घड़ा निकला, जिसमें चांदी के सिक्के थे. जानकारी मिलते ही काफी संख्या में लोग वहां जुट गये और सिक्का लूटना शुरू कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों में मारपीट भी हुई. दर्जनों बच्चे व महिलाएं भी अधिक से अधिक सिक्का पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. कई लोग तो घर से कुदाल लाकर जमीन की खुदाई तक करने लगे. कुछ देर बाद अनि उमेश कुमार, अजित कुमार, अवध बिहारी मौके पर पहुंचे और लोगों से पूछताछ की. इस दौरान मिर्जापुर के मो मिराजुल, शिकंदर, जेसीवी चालक मोहन गोप, कलाम और दो ट्रैक्टर चालकों के पास से पांच चांदी के सिक्के बरामद किये गये. मुगलकालीन सिक्कों में उर्दू और फारसी में कुछ अंकित था. सिक्कों को सांचे में ढालकर बनाया गया प्रतीत होता है. उर्दू एवं फारसी के जानकारों ने बताया कि सिक्कों पर शाह आलम खाबिद शाह, चौवालीस जिंद शाह, तीन जो शाह जर्ब आदि लिखा हुआ है. जिसके बाद पुलिस व स्थानीय जानकारों ने इसे मुगलकालीन सिक्का बताया. खुदाई के दौरान पुरानी ईंट भी मिली है, जिससे उक्त जमीन पर पूर्व में किसी मकान के होने का पता चलता है.
विदित हो कि अब्दुल रसीद की जमीन के उत्तर में एक पुरानी खंडहरनुमा मसजिद है. मिर्जापुर निवासी मो मिराजुल ने बताया कि वर्ष 1940 में उनके पूर्वज यहां मालदा (पश्चिम बंगाल) से आकर बसे थे. पर सिक्के पहली बार मिले हैं. बहरहाल पुलिस शेष सिक्कों की बरामदगी के लिए ग्रामीणों से पूछताछ कर रही