पूर्णिया: जमीन के लालच में एक बेटे ने अपनी ही मां को केरोसिन छिड़क कर जला दिया. उसकी मृत्यु इलाज के दौरान हो गयी. घटना सोमवार को बीकोठी थाना अंतर्गत रघुवंश नगर ओपी के मौजमपट्टी की बतायी जा रही है. मृतका मौजमपट्टी निवासी स्व बिंदेश्वरी यादव की पत्नी सरस्वती देवी(70 वर्ष) है.
घटना का कारण मां-बेटे के बीच जमीन विवाद बताया गया है. आरोपी बेटे का नाम रवीन यादव है, जो तीन बहनों में इकलौता भाई है. सभी भाई-बहन विवाहित हैं. बड़ी बहन रंजन देवी ने कहा कि वह घटना के समय अपने मायके में थी. सोमवार की सुबह उसका भाई रवीन मां से जमीन को लेकर मारपीट करने लगा. उसकी भाभी फूलन देवी व दो भतीजा भी उसकी मां की पिटाई करने लगा. इसी दौरान उसके भाई ने मां पर केरोसिन छिड़क कर आग लगा दिया. उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां उसकी मृत्यु हो गयी. मौके पर रघुवंश नगर ओपी पुलिस पहुंच कर मामले की प्राथमिकी दर्ज की.
रवीन यादव सहित चार पर प्राथमिकी : मृतका सरस्वती देवी की पुत्री निभा देवी के बयान पर रवीन यादव सहित चार को केरोसिन तेल छिड़क कर जला कर मार डालने का आरोपी बनाया गया है. कांड संख्या 87/15 के दर्ज प्राथमिकी में रवीन की पत्नी फूलन देवी एवं उसके दो पुत्र रंजीत कुमार व अवजीत कुमार को भी हत्यारोपी बनाया गया है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है.
साढ़े चार बीघा जमीन का था विवाद : मृतका सरस्वती देवी के नाम साढ़े चार बीघा जमीन को उसके पुत्र रवीन यादव ने जबरन हासिल कर लिया था. मृतका की बेटी रंजन देवी ने कहा कि उसके भाई ने मां से जमीन हासिल करने के बावजूद उसका भरण-पोषण नहीं करता था. भाई व मां के बीच भरण-पोषण को लेकर बराबर झंझट होती रहती थी. उसने कहा कि इकलौता बेटा होने के बावजूद वह अपनी पत्नी के बहकावे में आकर मां की देखभाल नहीं कर रहा था.
उसके अलावा अन्य दो बहनें अंजनी देवी एवं निभा देवी समय-समय पर मां की देखभाल करती रहती थी. यहां तक कि ग्रामीण भी उसकी मां को भरण-पोषण के लिए आर्थिक मदद देते रहते थे. उसने कहा कि उसका भाई शादी के बाद अपने ससुराल मधेपुरा जिले के पुरैनी स्थित वंश गोपाल में रहता था. जहां उसकी संगति अपराधियों से हो गयी और पुलिस दबिश में वह परिवार के साथ मौजमपट्टी आकर रहने लगा. जहां मां के साढ़े चार बीघा जमीन को उसने जबरन कब्जा कर लिया. इस दौरान उसकी मां से भरण-पोषण को लेकर विवाद होता रहा. वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने कहा कि रवीन यादव को यह आशंका थी कि कहीं उसकी मां अपनी जमीन तीनों बेटियों के नाम न कर दें. बेटियों का मायके में आकर रहना रवीन को नागवार लग रहा था. इसी डर से रवीन ने अपनी ही मां को जला कर मार डाला.