प्रशिक्षण के प्रारंभ में बायसी प्रखंड के आस पास के किशोरियों को ही चयनित किया गया है और इस सत्र का प्रशिक्षण समाप्त होने पर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के किशोरियों को प्रशिक्षण में शामिल करने का प्रयास किया जायेगा. प्रशिक्षण में वैसी किशोरियों को प्राथमिकता दी गयी है जो किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ चुकी है. उन्होंने कहा कि वह सभी प्रशिक्षणार्थी किशोरियों से मैट्रिक तक की पढ़ाई पूर्ण करने की सलाह दे रही है.
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण दो माह चलेगी. और इसके बाद एनसीवीपी की ओर से दक्षता परीक्षा ली जायेगी. और उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थियों को अखिल भारतीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद भारत सरकार की ओर से प्रमाण पत्र दिया जायेगा. ताकि प्रशिक्षणार्थियों का भविष्य उज्जवल हो और वे आत्मनिर्भर बने. उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को लगन से प्रशिक्षण लेने की अपील की. मौके पर पर्यवेक्षिका सीमा कुमारी, सेविका मीनू निशा, दीपा सिन्हा, गुड्डी देवी और प्रशिक्षक के रूप में वुलन्ती देवी मौजूद थी.