बाढ़ आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों, विद्युत व दूर संचार शीघ्र करें दुरुस्त : आयुक्त

पूर्णिया : पूर्णिया प्रमंडल में बाढ़ आपदा से क्षतिग्रस्त संचार व्यवस्था को द्रुत गति से बहाल करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त टीएन विन्ध्येश्वरी की अध्यक्षता में विभिन्न तकनीकी विभागों के पदाधिकारियों की बैठक हुई. बाढ़ आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों, विद्युत एवं दूर संचार व्यवस्था को शीघ्र दुरुस्त करने की हिदायत दी गयी. राष्ट्रीय उच्च पथों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2017 6:27 AM

पूर्णिया : पूर्णिया प्रमंडल में बाढ़ आपदा से क्षतिग्रस्त संचार व्यवस्था को द्रुत गति से बहाल करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त टीएन विन्ध्येश्वरी की अध्यक्षता में विभिन्न तकनीकी विभागों के पदाधिकारियों की बैठक हुई. बाढ़ आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों, विद्युत एवं दूर संचार व्यवस्था को शीघ्र दुरुस्त करने की हिदायत दी गयी.

राष्ट्रीय उच्च पथों पर शरण लिए हुए पीड़ित को त्वरित रूप से निकटतम शरण स्थल में स्थानांतरित कराने कहा गया. ताकि यातायात व्यवस्था सुगम रहे एवं आवश्यक वस्तुओं की ससमय आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके. एनएच पर जबरन रह रहे लोगों को आपदा राहत सामग्री वितरित नहीं किया जायेगा. राहत कार्य में बाधा पहुंचाने वाले व्यक्तियों एवं शिथिलता बरतने वाले कर्मियों के विरूद्व त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. पुलिस पदाधिकारियों को भी लगातार पैट्रोलिंग कर एनएच पर सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित रखने का निदेश दिया गया. पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग के सभी अभियंताओं को लगातार क्षेत्रों में बने रहने तथा युद्घस्तर पर क्षतिग्रस्त सड़कों एवं पुलों की मरम्मती कर मोटरेबल करने का निदेश दिया गया.
कोई भी पदाधिकारी या कर्मी बगैर आयुक्त की स्वीकृति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. बारसोई, सनौली, जोकीहाट इत्यादि क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बाधित है. अभियंताओं ने दो से तीन दिन में सभी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बहाल करने की बात कही. आयुक्त ने इस कार्य को तीव्रतम गति से सुनिश्चित करने को कहा. क्षतिग्रस्त दूरसंचार व्यवस्था को बहाल करने के लिए बीएसएनएल के जीएम को युद्घस्तर पर कार्रवाई करने को कहा गया. उन्होनें पशु शरण स्थल को व्यवस्थित ढंग से संचालित कराने का निदेश दिया. पशु शरण स्थल में पशु चारा एवं पशु दवा की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया. मोबाईल पशु चिकित्सा दल के माध्यम से लगातार पशुओं का ईलाज सुनिश्चित करने कहा गया. अभी भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए क्षेत्रों में राहत सामग्री एवं चिकित्सा सुविधा पहुंचाने में प्राथमिकता के साथ काम करने के लिए कहा गया. जहां से पानी निकल गया है, वहां वृहत स्तर पर ब्लींचिंग पाउडर का छिड़काव कर अधिक-से-अधिक लोगों के बीच हैलोजन टेबलेट वितरित करने को कहा गया. सभी अधीक्षण अभियंता को लगातार क्षेत्रा में बने रहकर सड़कों एवं पुलों की मरम्मत द्रुतगति से सुनिश्चित करने का सख्त निदेश दिया गया. बैठक में एनएच, ग्रामीण कार्य विभाग, विद्युत, पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता, स्वास्थ्य एवं पशुपालन के क्षेत्रीय उप निदेशक, बीएसएनएल के जीएम सहित विभिन्न विभागों के प्रमण्डल स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version