पूर्णिया : सदर अस्पताल में लोगों के सामने कुत्ते ने कचरे के ढेर में फेंकी गयी एक नवजात शिशु की लाश को अपना भोजन बना लिया. सदर अस्पताल में बाइक पर लाश ले जाने का बहुचर्चित मामला अभी ठंडा हुआ एक महीना भी नहीं हुआ है कि दूसरा मामला सामने आ गया. अस्पताल के महिला वार्ड एवं लेबर वार्ड के ठीक सामने रविवार को नवजात शिशु के बायां पैर का एक हिस्सा फेंका हुआ देखा गया है.
अस्पताल में अपने बहन का इलाज करा रहे प्रदीप कुमार, सोनी देवी एवं दर्जनों लोगों ने बताया कि एक नवजात शिशु का लाश महिला वार्ड के सामने होटल के बगल में शनिवार की शाम से ही कचरा के ढेर में पड़ा हुआ था. वहां से कई अस्पताल कर्मी भी गुजरे, लेकिन किसी ने भी सुधि तक नहीं ली. रात होने के बाद आवारा कुत्तों ने नवजात की लाश को उठा कर झाड़ी में ले गया. रविवार की सुबह महिला वार्ड के सामने लाश का पैर मिलने पर अस्पताल में अफरा-तफरी मच गयी. लेकिन यह बात अस्पताल प्रबंधक के कानों में भनक तक नहीं लगी.
अवैध रूप से प्रसव कराने का चल रहा कारोबार
सदर अस्पताल में नवजात शिशु के शव कचरा के ढेर में मिलने से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. नवजात का शव जहां मिला है, उसके ठीक सामने प्रसव गृह है. सदर अस्पताल में जहां औसतन रोजाना 30 से अधिक महिलाओं का प्रसव होता है वहीं यदि किसी बच्चा जन्म के समय मौत हो जाती है तो अस्पताल द्वारा मृत बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया जाता है. नवजात का शव प्रसव गृह के सामने कचरा से मिलने से यह आशंका बलवती हो जाती है कि अस्पताल के प्रसव गृह में कहीं न कहीं अवैध ढंग से गर्भपात का धंधा भी चलता है. इस घटना के संबंध में सिवल सर्जन डा एमएम वसीम से पूछे जाने पर उन्होंने इस घटना को काफी दुखद बताया. उन्होंने कहा कुत्ते शायद बाहर से नवजात शिशु की लाश को लाने की बात कही. इतना कहते हुए उन्होंने फोन का लाइन काट दिया. अब सवाल उठता है कि जिस जगह पर लाश मिली है, वह अस्पताल क्षेत्र के बीच का हिस्सा है. यदि कुत्ता लाश लाता तो प्रसव गृह के ही सामने क्यों लाया? कुत्ते को लाश यहां लाने की क्या दरकार पड़ गयी? इस तरह के अन्य कई सवाल लोग उठा रहे हैं.