Train News: बिहार से गुजरने वाली ट्रेनों में बड़ा बदलाव, रेलवे ने जल्द ही लॉन्च करेगी ऑटोमेटिक कपलिंग सिस्टम

Train News: अब दानापुर मंडल के साथ-साथ पूरे बिहार से गुजरने वाली ट्रेनों की कपलिंग नहीं टूटेगी. क्योंकि रेलवे दो बोगियों को जोड़ने वाली कपलिंग बदलने की कवायद शुरू करने जा रहा है. इस्ट सेंट्रल रेलवे जोन से चलने वाली एलएचबी रेक की बोगियों को सेमी ऑटोमेटिक कपलिंग से जोड़ा जायेगा, साथ ही टर्सरी पिन से लॉक किया जायेगा.

By Radheshyam Kushwaha | May 3, 2025 5:14 PM
an image

आनंद तिवारी/ पटना. (Train News) अब ट्रेनों की कपलिंग तेज रफ्तार में भी नहीं खुलेगी. रफ्तार कम या ज्यादा करने पर इससे झटके कम लगेंगे. इसके लिए अब पूर्व मध्य रेलवे में सेमीऑटोमेटिक कपलिंग सिस्टम एलएचबी बोगियों में लगाने की योजना तैयार की जा रही है. यात्रियों की सुरक्षा व संरक्षा की दृष्टि को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.

सेमी ऑटोमेटिक कपलिंग सिस्टम लॉन्च करने की तैयारी में जुटा रेलवे

चलती ट्रेन के दो हिस्सों में बंटने की घटनाएं अक्सर होती हैं. यह हादसा दो बोगियों को जोड़ने वाली कपलिंग खुलने की वजह से होता है. इसके लिए रेलवे ने बड़ा बदलाव शुरू किया है. जल्द ही सेमी ऑटोमेटिक कपलिंग सिस्टम लॉन्च करने की तैयारी चल रही है. यह सिस्टम संरक्षा के साथ यात्रियों को लिए आरामदायक होगा. नये कपलिंग सिस्टम से बोगियां तेज रफ्तार या झटका लगने पर भी अलग नहीं होंगी और रुकने पर यात्रियों को भी झटका महसूस नहीं होगा. इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने व्यवस्था लागू कर दी है. जल्द ही पूर्व मध्य रेलवे के वर्कशॉप यानी कोचिंग कॉम्प्लेक्स यार्ड में कपलिंग बदलने का काम शुरू हो जायेगा.

130 की रफ्तार पर भी नहीं महसूस होंगे झटके

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक 130 किलोमीटर गति से चलने वाली ट्रेनों में भी यह नयी तकनीक काफी कारगर रहेगी. वर्तमान में सीबीसी कपलर तकनीक से बोगियां आपस में जोड़ी जाती हैं, जिससे ट्रेन के रुकने या चलने पर यात्रियों को झटका महसूस होता है. कपलिंग ढीला होने पर खुलने का खतरा बना रहता है.

दानापुर मंडल में बोगियों के अलग होने की हो चुकी हैं घटनाएं

पूर्व मध्य रेलवे (इसीआर) के दानापुर मंडल में बीते आठ सितंबर की सुबह उस समय रेल यात्री बाल-बाल बच गये जब चलती मगध एक्सप्रेस ट्रेन की कपलिंग टूट जाने से वह दो हिस्सों में बंट गयी. यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गयी, हालांकि लोको पायलट की सतर्कता से हादसा टल गया. इसी तरह आरा बक्सर सहित अलग-अलग स्टेशनों के बीच कपलिंग टूटने की घटनाएं हो चुकी हैं. जानकारों के अनुसार तेज रफ्तार में कई बार बोगियों के आपस में अलग होने की घटनाएं हो चुकी हैं. इससे जहां दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, वहीं ट्रेनों के समय पर भी अंतर पड़ जाता है. इसी समस्या को दूर करने के लिए रेलवे बोर्ड ने एलएचबी बोगियों में इसे लगाने की पहल की है.

Also Read: Patna News: नगर निगम ने पुलिसकर्मियों के बैरक पर चलाया बुल्डोजर, अब जमीन पर चादर बिछाकर सोने के मजबूर सिपाही

Next Article

Exit mobile version