कैंपस:पूरे दिन एक्स पर रिवाइज स्कूल टाइमिंग करता रहा ट्रेंड,शिक्षक व अभिभावकों ने सोशल मीडिया पर निकाला अपना गुस्सा

तमाम शिक्षक सुबह 6:00 बजे से 1:30 तक के विद्यालयी कार्य का विरोध कर रहे हैं. शिक्षक सुबह 6:30 से 11:30 तक शैक्षणिक कार्य और 12:00 तक शिक्षकों की छुट्टी चाहते हैं.

By Prabhat Khabar | May 18, 2024 3:42 PM

संवाददाता, पटना

राज्य के सरकारी स्कूलों के समय में बदलाव को लेकर शिक्षक आक्रोशित हैं. शुक्रवार को पूरे दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर #ReviseSchoolTiming पहले नंबर पर ट्रेंड होता रहा. 11 बजे से शुरू किया गया कैंपन तीन-चार बजे तक चलता रहा. आठ बजे रात में भी ट्रेंडिंग इन इंडिया में यह तीसरे व शिक्षा विभाग (बिहार) चौथे नंबर पर व समय सारणी बदलाव भी ट्रेंड करता रहा. सभी शिक्षक व अभिभावक भी स्कूल टाइमिंग को लेकर पोस्ट कर रहे थे. डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने एक्स पर पोस्ट किया है. वहीं, शिक्षा विभाग को 22 हजार से अधिक लोगों ने पोस्ट किया है. सरकारी विद्यालयों के प्रातः कालीन समय संचालन को लेकर शिक्षक काफी आक्रोशित हैं. शिक्षकों ने इसके खिलाफ सोशल मीडिया एक्स का सहारा लिया है. तमाम शिक्षक सुबह 6:00 बजे से 1:30 तक के विद्यालयी कार्य का विरोध कर रहे हैं. शिक्षक सुबह 6:30 से 11:30 तक शैक्षणिक कार्य और 12:00 तक शिक्षकों की छुट्टी चाहते हैं.

बिहार के भविष्य निर्माणकर्ताओं की समस्या पर गंभीरता से विचार करें

बिहार कांग्रेस ने एक्स पर एक शिक्षक नेता के वीडियो को डाल कर लिखा है कि फुर्सत मिल गया हो तो, जरा बिहार के भविष्य निर्माणकर्ताओं की समस्या पर गंभीरता से विचार करें. अमित विक्रम ने लिखा है कि नये स्कूल टाइमिंग के वजह से क्या व्यावहारिक दिक्कतें हो रही हैं इसको कोई समझने के लिए तैयार नहीं है. विद्यालयों में हास्यास्पद स्थिति उत्पन्न हो रही है. बिहार शिक्षक मंच ने लिखा है कि जब 15 अप्रैल से 15 मई तक विद्यालयों में सही से पढ़ाई होनी चाहिए थी, तब नाम का ग्रीष्मावकाश घोषित कर शिक्षकों और विशेष क्लास के बच्चों को आठ से 10 बजे तक विद्यालय बुलाया गया. अभी जब इस मई-जून की भीषण लू वाली गर्मी में विद्यालय में ग्रीष्मावकाश होना चाहिए था, तो विद्यालय का संचालन सुबह छह बजे से दोपहर 1:30 बजे तक कराया. एक दिन में न जाने कितने बच्चे बीमार पड़ गये. शिक्षा विभाग विद्यालय संचालन में बदलाव का आदेश जल्द जारी करे.

नया समय अव्यावहारिक है : संघ

बिहार शिक्षक मंच की ओर से सभी शिक्षक साथियों से अपील की गयी थी कि स्कूल के समय में बदलाव को लेकर शुक्रवार (छुट्टी का दिन) को सभी शिक्षक 11 बजे से एक्स पर पोस्ट करें, हैशटैग #ReviseSchoolTiming के साथ. बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ का कहना है कि पूर्व में सुबह 6:30 बजे से 11:30 बजे तक प्रातः कालीन कक्षाएं चलती रही हैं. बच्चों की छुट्टी के बाद शिक्षकों की भी विद्यालय से छुट्टी हो जाती थी, लेकिन यह नया समय अव्यावहारिक है और इससे शिक्षकों को और विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को भी कठिनाई हो रही है. सुबह छह बजे विद्यालय आने के लिए पांच बजे सुबह बच्चों को उठाने में अभिभावक परेशान हो रहे हैं

टाइमिंग का विरोध और गुस्सा लोगों में है

वहीं, बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ के अध्यक्ष अमित विक्रम ने बताया कि तमाम शिक्षक और शिक्षक संगठनों ने #reviseschooltiming को ट्रेंड कराया है. इससे साफ पता चलता है कि इस टाइमिंग का विरोध और गुस्सा लोगों में है. इससे समझने की जरूरत शिक्षा विभाग को है. विद्यालयों का यह समय संचालन शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों और अभिभावकों को भी प्रताड़ित करने वाला है. यह सिर्फ शिक्षकों का ही मुद्दा नहीं है बल्कि समाज के लिए महत्वपूर्ण मुद्दा है क्योंकि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. राजनेता इस पर सिर्फ लेटरबाजी कर रहे हैं और इससे काम चलने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर राजनेता वाकई शिक्षकों और सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों और अभिभावकों के हितैषी हैं तो एसी कमरे से निकलकर सड़क पर उतरकर आंदोलन करें. राजभवन या विधानसभा में धरना पर बैठें. शिक्षक भी समर्थन करेंगे और समाज भी उनका पूरा समर्थन करेगा.

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