बिहार पुलिस अपने दम पर करायेगी पंचायत चुनाव, नहीं चाहिए अतिरिक्त केंद्रीय बल

राज्य में होने वाले आगामी पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस मुख्यालय ने प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस क्रम में जिला पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर उनकी आवश्यकताओं की मांग की गयी है और उसी के आकलन के आधार पर विधि- व्यवस्था की तैयारी की जायेगी.

By Prabhat Khabar | August 9, 2021 6:37 AM

पटना. राज्य में होने वाले आगामी पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस मुख्यालय ने प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस क्रम में जिला पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर उनकी आवश्यकताओं की मांग की गयी है और उसी के आकलन के आधार पर विधि- व्यवस्था की तैयारी की जायेगी.

पुलिस मुख्यालय एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने मीडिया से बात के क्रम में बताया कि विधि -व्यवस्था को लेकर हमारी तैयारियां पूरी हैं. पिछली बार कोविड संक्रमण के दौरान विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से कराया गया था. इस बार भी हमारी कोशिश रहेगी कि पंचायत चुनाव को भी शांतिपूर्ण ढंग और निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराया जाये.

अतिरिक्त पैरामिलिटरी या केंद्रीय बल की जरूरत नहीं : पुलिस मुख्यालय के अनुसार पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद सही तरीके से पुलिस बल का आकलन किया जा सकेगा. वैसे राज्य में अतिरिक्त पैरामिलिटरी फोर्स या केंद्रीय सुरक्षा बलों की जरूरत नहीं होगी.

पंचायत चुनाव के दौरान सभी जिलों में जिला पुलिस बल, बीएमपी और होमगार्ड के जवानों की तैनाती की जायेगी. इनमें सशस्त्र व लाठी बल के जवानों की तैनाती अलग-अलग स्थानों पर की जायेगी.

चुनाव के दौरान चलंत दस्ते में शामिल पुलिस के जवान पंचायत चुनाव पर नजर रखेंगे और किसी भी उपद्रव या अप्रिय घटना पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. गौरतलब है कि इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य के सभी डीएम को दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है. पंचायत चुनाव में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं होगी.

दबंग लोगों की पहचान व कार्रवाई शुरू करने के निर्देश

पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिले के पुलिस अधिकारियों को पिछले चुनाव के दौरान बाधा पहुंचाने वाले लोगों पर खास नजर रखने का निर्देश दिया गया है.यह चुनाव आयोग पर निर्भर करता है कि वह कितने चरण में पंचायत चुनाव कराता है.

चुनाव आयोग जब भी चुनाव संबंधी अधिसूचना जारी करेगा. हालांकि, पुलिस मुख्यालय की ओर से पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुराने चुनाव से संबंधित कांड या इलाके के दबंग लोग, जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं, उन पर नजर रखने के निर्देश जिलों को भेजे गये हैं और रखी जा रही है. जेल से छूटे अपराधियों पर भी नजर रखी जा रही है.

सभी जिले के पुलिस अधीक्षकों और थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि उनके थाना क्षेत्र में जो आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोग हैं, उनकी थाने में हाजिरी लगवायी जाये. फरार अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश पुलिस मुख्यालय की तरफ से दिया गया है.

Posted by Ashish Jha

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