पटना. हैलो...क्या मेरी बात थानेदार से हो रही है. मैं लाइन डीएसपी बोल रहा हूं. जी सर...कैसे हैं? और सब बताओ...थोड़ी देर बातचीत के बाद खुद को लाइन डीएसपी बताने वाले शख्स ने गर्दनीबाग थानेदार रंजीत रजक से थाने में तैनात एक-एक महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों के नंबर ले लिया और फोन काट दिया. ठीक थोड़ी देर बाद खुद को लाइन डीएसपी बताने वाले शख्स ने थाने में तैनात सभी महिला पुलिसकर्मियों को फोन किया और फिर उनसे हालचाल पूछने के बाद काफी देर तक बातचीत की.
लाइन डीएसपी बन पुलिसकर्मियों को करने लगा तंग
यही बात जब अन्य पुलिसकर्मियों ने आपस में चर्चा की और एक-दूसरे को बताया कि मुझे लाइन डीएसपी सर ने फोन किया था. देखते-देखते पूरे थाने में चर्चा बढ़ गयी. इस बात की जानकारी महिला पुलिसकर्मियों ने तुरंत थानेदार को दी. इसके बाद थानेदार ने जब नंबर की जांच की तो पता चला कि ये नंबर नवादा के एक साइबर फ्रॉड का है और उसने लाइन डीएसपी बनकर सभी का नंबर लिया और अब तंग कर रहा है.
नंबर के आधार पर जांच में जुटी पुलिस, अन्य थानेदारों को भी आया फोन
इसी तरह का फाेन अन्य थानेदाराें काे भी आने की बात सामने आयी है. हालांकि अभी तक किसी काे साइबर अपराधी ने चपत नहीं लगायी है. पुलिसकर्मियाें ने उस नंबर काे ब्लाॅक कर दिया है. थानेदार ने बताया कि पुलिस लाइन डीएसपी बनकर साइबर अपराधी ने फाेन किया था. पुलिस जांच करने में जुटी है.