नरेंद्री मोदी के आगमन पर पटना को दहलाने की रची थी साजिश, गांधी मैदान ब्लास्ट से जुड़े परवेज के तार

फुलवारी में गिरफ्तार दोनों अतहर परवेज और जलालुद्दीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना आगमन के समय पटना को दहलाने की साजिश रची थी. प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर देश की इंटेलिजेंस एजेंसियां अलर्ट मोड में थी. समय रहते इन एजेसियों को इस साजिश का पता चल गया.

By Prabhat Khabar | July 14, 2022 7:11 AM

अजीत, फुलवारी. फुलवारी में गिरफ्तार दोनों अतहर परवेज और जलालुद्दीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना आगमन के समय पटना को दहलाने की साजिश रची थी. प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर देश की इंटेलिजेंस एजेंसियां अलर्ट मोड में थी. समय रहते इन एजेसियों को इस साजिश का पता चल गया. आइबी के इनपुट पर स्थानीय पुलिस सक्रिय हुई और साजिश रचलने वाले परवेज और जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया.

परवेज का कनेक्शन पूर्व में गांधी मैदान बम ब्लास्ट से भी

मोहम्मद अतहर परवेज का कनेक्शन पूर्व में गांधी मैदान में हुए नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान बम ब्लास्ट से भी जुड़ रहा है. पटना पुलिस ने छानबीन के दौरान पाया कि गांधी मैदान में बम ब्लास्ट और अन्य बम ब्लास्ट में शामिल लोगों का बेल कराने में अतहर परवेज का ही हाथ था. अतहर परवेज की आतंकी गतिविधि में संलिप्तता भी सामने आयी है. पुलिस इनके पाकिस्तान सहित कई देशों से तार जुड़े होने की जांच भी कर रही है. संभावना है कि एनआइए भी जांच कर सकती है.

दस वर्षों से रह रहा था गुलिस्तान मुहल्ले में

कट्टरपंथी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य अतहर परवेज को फुलवारी शरीफ के गुलिस्तान मोहल्ले पिछले 10 वर्षों से अधिक समय से रह रहा था. वह कई तरह की सामाजिक गतिविधियों में भी शामिल रहता था. उसके कारनानों का खुलासा होने के बाद यहां को लोगों को यकीन नहीं हो रहा है परवेज देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था. उसके पड़ोसी और जानने वाले हैरान हैं. वहीं रिटायर्ड दारोगा मोहम्मद जलालुद्दीन नगर निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहा था. जलालुद्दीन का एक भाई पूर्व में वार्ड पार्षद रहा है.

रात में ही दोनों को भेजा गया बेऊर जेल

अतहर परवेज और जलालुद्दीन को कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस ने परिजनों की नजर बचा कर बुधवार की देर रात बेऊर जेल भेज दिया. जेल में दोनों को विशेष सेल में रखा गया है. देर शाम पुलिस ने जब जलालुद्दीन को थाने पर बुलाया और उसे लेकर तेजी से निकल गयी तभी परिजनों को इस बात का शक हाे गया था कि जलालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. परिजन पुलिस का पीछा कर रहे थे. पुलिस दाेनों को गर्दनीबाग थाना ले गयी थी. उनके परिजन भी वहां पहुंच गये. इसके बाद पुलिस ने दोनों को वहां से निकाला और रास्ते में ही सारी कागजी कार्रवाई पूरी करते हुए दोनों को न्यायालय में पेश कर दिया, जहां से दोनों को बेऊर जेल भेज दिया गया.

Next Article

Exit mobile version