संवाददाता, पटना राज्य के कृषि वैज्ञानिक क्या कर रहे हैं, विज्ञान केंद्रों में रह रहे हैं कि नहीं, इसकी जांच होगी. कृषि सचिव ने कृषि विज्ञान केंद्रों की ओर से संचालित तमाम कार्यों की जांच का आदेश पत्र जारी कर दिया है. जांच के बिंदु भी तय कर दिये गये हैं. कृषि विज्ञान केंद्रों को बताना होगा कि उनके पास कितने कृषि यंत्र हैं. उनसे ये भी पूछा गया है कि जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम के तहत कितने यंत्र खरीदे गये. अटारी के निदेशक और सभी विज्ञान केंद्रों को इस पर अमल करने का निर्देश दिया गया है. केंद्रों को यह भी बताना होगा कि वहां उत्पादित बीज कहां बेचे जा रहे हैं. शोध के लिए बीज कहां से लाये जा रहे, ये भी बताना होगा. कृषि विज्ञान केंद्र क्या नया रिसर्च कर रहे हैं, क्या नवाचार कर रहे हैं, इसका भी ब्योरा तलब किया गया है. कृषि विज्ञान केंद्रों से पूछा गया है कि इस वित्तीय वर्ष में कितनी किसान पाठशालाएं लगी हैं. कृषि विज्ञान केंद्रों में वैज्ञानिक रह रहे हैं नहीं, इसकी भी रिपोर्ट मांगी गयी है. यह भी पूछा गया है कि केंद्रों में कितने कृषि यंत्र हैं. कार्यरत, स्वीकृत और रिक्त पदों का भी ब्योरा मांगा गया है. कृषि विभाग की ओर से पड़ताल में इस बात की भी जानकारी मिली है कि राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पुसा, समस्तीपुर में कौशल विकास को लेकर प्रशिक्षण नहीं हो रहा है. इस कारण लक्ष्य पूर्ण नहीं हो रहा है. विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा को इस पर संज्ञान लेने का निर्देश दिया गया है.
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