Bihar Durga Puja Live: पूजा पंडालों में दिख रही भव्यता, माता के जयकारे से भक्तिमय हुआ शहर

Bihar Durga Puja Live: सोमवार की सुबह मां दुर्गा के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा पंडालों, मंदिरों और शक्तिपीठों में है. माता के जयकारे से माहौल भक्तिमय हो गया है. शहर के विभिन्न इलाकों में भव्य और आकर्षक पंडाल बनाये गये हैं. विभिन्न थीम पर पंडाल को सजाया गया है. कहीं, टोकरी का तोरण द्वार बनाया गया है, तो कहीं जूट के बोरे से पंडाल को बनाया गया है. कई जगहों पर आकर्षक झांकियां भी निकलेंगी. शेखपुरा दुर्गाश्रम, मीठापुर प्राचीन देवी मंदिर, मीठापुर गौड़िया मठ, सिपारा एतवारपुर से निकले वाली झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2022 3:36 PM

मुख्य बातें

Bihar Durga Puja Live: सोमवार की सुबह मां दुर्गा के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा पंडालों, मंदिरों और शक्तिपीठों में है. माता के जयकारे से माहौल भक्तिमय हो गया है. शहर के विभिन्न इलाकों में भव्य और आकर्षक पंडाल बनाये गये हैं. विभिन्न थीम पर पंडाल को सजाया गया है. कहीं, टोकरी का तोरण द्वार बनाया गया है, तो कहीं जूट के बोरे से पंडाल को बनाया गया है. कई जगहों पर आकर्षक झांकियां भी निकलेंगी. शेखपुरा दुर्गाश्रम, मीठापुर प्राचीन देवी मंदिर, मीठापुर गौड़िया मठ, सिपारा एतवारपुर से निकले वाली झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी.

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धूमधाम से मनाई जा रही दुर्गा पूजा

बेगूसराय में पूरे जिले में दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाई जा रही है, लेकिन कुछ जगहों पर तंत्र पूजा का भी अपना एक खास महत्व है. कई जगहों पर तंत्र साधक जुटे हैं. मंदिर का इतिहास 700 वर्षों से भी पुराना है. यहां पूजा करने पर मां भगवती का आशीर्वाद मिलता है. वहीं, रामगढ़ के बिजुलिया में कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर का प्रारूप दुर्गा पूजा पंडाल में बनाया गया है.

बंगलामुखी मंदिर में 86 वर्षों से हो रही पूजा

मुजफ्फरपुर में भक्तों की आस्था का केंद्र नकुलवा चौक स्थित बगलमुखी मंदिर में दुर्गा पूजा करीब 86 वर्षों से हो रही है. हालांकि पिछले दस वर्षों में यहां भक्तों की भीड़ काफी बढ़ी है. यहां दक्षिण और वाम मार्गी तरीके से मां की पूजा की जाती है.

यहां रही भक्तों की भीड़

बांस घाट स्थित सिद्धेश्वरी मंदिर में महासप्तमी के मौके पर आज सुबह से ही मां के दर्शन और पूजन के लिए मां के भक्तों की भीड़ जुटी रही. काली मां के दर्शन और पूजन के लिए श्रद्धालुओं को कतार में घंटों खड़ा होना पड़ा.

कदमकुआं स्थित डोमन भगत लेन में बना भव्य पूजा पंडाल

कदमकुआं स्थित डोमन भगत लेन में बने भव्य पूजा पंडाल में माता दर्शन करने के लिए सोमवार की सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. रविवार की शाम छह बजे माता का पट खुलते ही दर्शन-पूजन का सिलसिला देर रात तक जारी रहा. हर वर्ग के श्रद्धालु पूजा-अर्चना को पहुंचे थे. यहां की देर रात तक सड़कें गुलजार रहीं. यहां का पूजा पंडाल का आकर्षण श्रद्धालुओं को लुभा रहा है.

मां के आठवें रूप महागौरी की पूजा आज

मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी के रूप में पूजा की जाती है. मां का रूप बड़ा मनमोहक है. मां बैल की सवारी करती है. माता महागौरी के चार हाथ है. एक हाथ में त्रिशूल, दूसरे में डमरू, तीसरा अक्षय मुद्रा और चौथा हाथ शांत मुद्रा का प्रतिक है. इस दौरान दुर्गा मां के नौ स्वरूप की पूजा करने का विशेष महत्व है. आज मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा विधि-विधान से की जाती है.

बांग्ला विधि से की जा रही दुर्गा पूजा

पटना में बांग्ला विधि से दुर्गा पूजा धूमधाम से की जा रही है. सोमवार की सुबह बंगाली अखाड़ा के सदस्यों ने कोला बाउ पूजा की. केले के तने का एक हिस्सा गंगा में डुबोया जाता है. इसके बाद, नव दुल्हन की तरह साड़ी से सजाया जाता है.

पटना के पीरमुहानी में बना भव्य पूजा पंडाल

पटना के पीरमुहानी में श्री श्री नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति की ओर से बने पूजा पंडाल मां की भव्य आरती हो रही है. आरती के बाद कोई सेल्फी ले रहा है, तो कोई वीडियो कॉल कर दूसरे दोस्तों को दिखा रहा है. दोस्तों के साथ पहुंचा एक युवक ने अपने दोस्तों से कहता है कि चल न अब डाकबंगला चौराहे पर बने पूजा पंडाल में चलते हैं. यहां मां का पंडाल टॉप पंडालों में से एक माना जाता है.

बोरिंग रोड चौराहे पर बने भव्य पूजा पंडाल में लगी भक्तों की भीड़

पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर बने भव्य पूजा पंडाल में महिलाएं पूजा-अर्चना में लीन हैं. इस पंडाल की भव्यता देखते बन रही है. नागेश्वर कॉलोनी, बसावन पार्क रश्मि, अंजली सहेलियों संग पूजा पंडाल व मेला घुमने निकली हैं. चौराहे पर आते ही उनकी नजरें पंडाल के आसपास रंग-बिरंगे बिजली से हुई पर ठहर गयी. रश्मि कहती हैं कि कोरोना काल के बाद दुर्गा मां सुख-समृद्धि लेकर आयी है.

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