कैंपस : एकेयू में सत्र 2024-25 से शुरू होगी एमए इन इकोनॉमिक्स की पढ़ाई

आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (पीएसइ) की प्रथम अकादमिक सलाहकार समिति की बैठक शनिवार को आयोजित की गयी.

By Prabhat Khabar | May 4, 2024 7:02 PM

पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रथम अकादमिक सलाहकार समिति की हुई बैठक

संवाददाता, पटना

आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (पीएसइ) की प्रथम अकादमिक सलाहकार समिति की बैठक शनिवार को आयोजित की गयी. इसके अंतर्गत वर्तमान सत्र 2024-25 में शुरू होने वाले एमए इन इकोनॉमिक्स पाठ्यक्रम को लेकर कई निर्णय लिये गये. साथ ही स्कूल के सफल संचालन के लिए जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया सम्पन्न किये जाने की बात कही गयी, जिसके लिए सभी स्वीकृत पदों के योग्यता निर्धारण पर भी सहमति बनी. बैठक में शैक्षणिक व शोध पहल और संभावनाओं, संभावित सहयोग और साझेदारी, भविष्य की शैक्षणिक दिशाओं और प्राथमिकताओं, पाठ्यक्रम को अद्यतन करने, पुस्तकालय आदि पर भी विचार किया गया. बता दें कि अकादमिक सलाहकार समिति की बैठक में 11 एजेंडा पर विस्तृत चर्चा हुई. विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ शंकर कुमार तथा पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के सह प्रभारी डॉ मनीष पराशर भी इस मौके पर मौजूद रहे. कुलसचिव द्वारा इकोनॉमिक्स में शुरू किये जाने वाले पाठ्यक्रम पर कई सुझाव दिये गये. कमेटी के गठन का मुख्य उद्देश्य पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पाठ्यक्रम व शिक्षण-प्रशिक्षण समेत अनेक गतिविधियों को विकासोन्मुखी बनाना है. बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शरद कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गयी.

नये पाठ्यक्रम तय किये जायेंगे

अकादमिक सलाहकार समिति सदस्यों के द्वारा कक्षाएं भी ली जायेंगी. इसके अलावा नियुक्ति प्रक्रिया में मानकों को भी तय करने के जिम्मेदारी उनके ऊपर रहेगी. इस अवसर पर कुलपति द्वारा पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के विकास के प्रति अपनी दृढ़ इच्छा जताते हुए कहा गया कि इस स्कूल को उत्कृष्ट शैक्षणिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि इस स्कूल के लिए नये पाठ्यक्रम तय किये जायेंगे, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत हों, ताकि इस स्कूल का बिहार में और देश में उत्कृष्ट केंद्र की तरह विकास किया जा सके. उन्होंने कहा कि समय ऐसे पाठ्यक्रम का है, जो समय के अनुरूप हो. उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय इस स्कूल में मानव संसाधन तथा तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रयासरत है और इसे विकसित करने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे.

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