Krishna Janmashtami 2022:100 करोड़ की लागत से पटना स्थित Iskcon मंदिर में है खास तैयारी,करें अलौकिक दर्शन

इस साल राजधानी पटना स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है. इस कृष्ण मंदिर के जैसा दूसरा कोई मंदिर पूरे बिहार में नहीं है. ये मंदिर दो एकड़ क्षेत्र में बना हुआ 108 फीट ऊंचा बिहार का इस्कॉन मंदिर राजधानी पटना के बुद्धमार्ग पर स्थित है.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 18, 2022 11:49 AM

पटना.पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर खास तैयारी की जा रही है. ये पर्व श्रीकृष्ण भक्तों के लिए बहुत ही खास होता है. इसबार पटना के लिए लोगों के लिए भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी खास होने जा रहा है. इस साल राजधानी स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है. इसे भक्तों के लिए खोल दिया गया है. इस बार जन्माष्टमी के अवसर पर यहां भगवान श्रीकृष्ण की अलौकिक दर्शन कराई जाएगी.

इस्कॉन मंदिर में इस बार है खास तैयारी

जन्माष्टमी को लेकर देशभर में भगवान की झांकियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है तो वहीं जन्मोत्सव मनाने के लिए श्रीकृष्ण मंदिरों में भी सजावट लगभग पूरी हो चुकी है. श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा की तो बात निराली है. वहीं, पटना स्थित इस्कॉन मंदिर बहुत ही भव्य तैयारी की जा रही है. इस कृष्ण मंदिर के जैसा दूसरा कोई मंदिर पूरे बिहार में नहीं है. इसलिए इसका महत्व बढ़ जाता है. ये मंदिर दो एकड़ क्षेत्र में बना हुआ 108 फीट ऊंचा बिहार का इस्कॉन मंदिर राजधानी पटना के बुद्धमार्ग पर स्थित है. 2021 में अक्षय तृतीया के मौके पर मूर्ति स्थापना के बाद यहां प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. मंदिर के गर्भगृह में एक साथ पांच हजार लोग बांके-बिहारी सहित अन्य देवी-देवताओं के दर्शन-पूजन कर सकते हैं.

100 करोड़ रुपये की लागत से बना है ये मंदिर

बता दें कि इस्कॉन मंदिर मथुरा और गुजरात के बाद देश का तीसरा मंदिर है, जिसमें 84 खंभा तकनीक का प्रयोग किया गया है. 100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस मंदिर के निर्माण में 10 साल का लंबा समय लगा है. 2007 में भूमिपूजन होने के बाद 2010 में निर्माण शुरू हुआ था. श्री राधा बांके बिहारी जी मंदिर को आधा अंडर ग्राउंड बनाया गया है. मंदिर में एक भक्ति कला क्षेत्र है. यहां पहले तल पर प्रसादम हॉल है, जिसमें एक हजार से ज्यादा लोग एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं. 108 फीट ऊंचे मंदिर में 84 खंभे हैं जिसकी लंबाई और चौड़ाई भी 84 फीट है.

56 प्रकार के शुद्ध शाकाहारी व्यंजन बनते हैं

इस्कॉन मंदिर के दूसरे तल पर मंदिर है, जिसमें तीन दरबार बनाए गए हैं-राम दरबार, कृष्ण दरबार और चैतन्य महाप्रभु का दरबार. भगवान की सभी लीलाएं जो बिहार में संपन्न हुई हैं, उसे अत्याधुनिक उपकरणों के साथ प्रदर्शित किया जाता है. वहीं, मंदिर परिसर में ही गोविंदा रेस्टोरेंट बनाया गया है जिसमें 56 प्रकार के शुद्ध शाकाहारी व्यंजन बनते हैं. बाहर से आए लोगों के ठहरने के लिए 70 कमरों का अतिथि गृह, परिसर में 300 गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था की गई है.

होगी अलौकिक दर्शन

बता दें कि पटना स्थित इस्कॉन मंदिर में लाइब्रेरी भी है जिसमें वेदव्यास जी के ग्रंथ रखे हैं. इन ग्रंथों को लोग यहां बैठकर मुफ्त में पढ़ सकते हैं. कोई गरीब भूखा न सोये इसके लिए मंदिर प्रबंधन की तरफ से ‘फूड फॉर लाइफ’ अभियान चलाया है. बिहारशरीफ में गोशाला के लिए 70 एकड़ जमीन भी है .जहां भविष्य में गुरुकुल और नैचरोपैथी लैब बनेगी. इस मंदिर में भगवान कृष्ण की दर्शन का एक सुखद एहसास है. यहां आज और कल भगवान कृष्ण की अलौकिकता के साथ दर्शन कराई जाएगी. इसके लिए खास तैयारी की जा रही है.

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