तेजस्वी के लिए राजश्री ‘लेडी लक’ हुई साबित, लालू परिवार में उनका जाने क्यों ‘राज योग’ से है कनेक्शन

लालू परिवार में सबसे बड़ी खुशी ये है कि अभी लालू यादव को बेल मिली हुई है. वो अभी अपने परिवार के साथ हैं. अभी हाल ही बिहार विधान परिषद के उपचुनाव में राजद को जबरदस्त जीत मिली है. लालू परिवार में राजश्री के आने के बाद सब मंगल ही मंगल है.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2022 11:26 AM

पटनाः प्रदेश की राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. तेजस्वी यादव दूसरी बार सरकार में शामिल हैं. तेजस्वी यादव के पास डिप्टी सीएम के अलावा कई मंत्रालय भी है. इस बदलाव को लेकर लोग तेजस्वी की पत्नी राजश्री यादव की तारीफ कर रहे हैं. लोगों को कहना है कि लालू परिवार में राजश्री के आने के बाद खुशियां ही खुशियां आई हैं. तेजस्वी के लिए राजश्री’लेडी लक’साबित हुई हैं. इसके पीछे और भी कई वजहें हैं.

आरजेडी की कमान तेजस्वी को मिला

तेजस्वी यादव और रेचल की शादी के बाद आरजेडी में खुशियों की एंट्री होने लगी. पहले लालू प्रसाद यादव ने तेजस्वी यादव के हाथों में आरजेडी की कमान सौंपी. इसके बाद धीरे धीरे कई बदलाव देखने को मिलने लगा. शादी के बाद राजश्री यादव तेजस्वी का अक्सर साथ देती दिखी हैं. राबड़ी आवास में इफ्तार पार्टी का मौका हो या फिर लंदन में राजनीतिक कार्यक्रम का, दोनों जगहों पर राजश्री तेजस्वी के साथ कदम से कदम मिलाकर साथ रहीं.

लालू यादव को मिली बेल

लालू परिवार में सबसे बड़ी खुशी ये है कि अभी लालू यादव को बेल मिली हुई है. वो अभी अपने परिवार के साथ हैं. अभी हाल ही बिहार विधान परिषद के उपचुनाव में राजद को जबरदस्त जीत मिली है. वहीं, बोचहा में विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन के बाद वहां अप्रैल 2022 में उपचुनाव हुआ था. इस सीट से आरजेडी ने शानदार जीत दर्ज की थी. आरजेडी के अमर पासवान ने बीजेपी प्रत्याशी बेबी कुमारी को भारी मतों से हराया था. ओवैसी के चार विधायक आरजेडी में आए.

ओवैसी की पार्टी के विधायक राजद में हुए शामिल

29 जून 2022 को आरजेडी में विधायकों की संख्या बढ़ गई और यह पार्टी सबसे बड़ी हो गई. इस दिन असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के चार विधायकों ने आरजेडी का दामन थाम लिया था. अब बिहार में ओवैसी की पार्टी के सिर्फ एक विधायक बच गए हैं. चार विधायकों को मिलाकर आरजेडी के पास 80 विधायक हो गए. पहले आरजेडी के पास 76 विधायक थे. वर्तमान की बात करें तो आरजेडी के पास 79 सीट ही है. क्योंकि मोकामा से आरजेडी के विधायक अनंत सिंह की सदस्यता रद्द कर दी गई है जिसके कारण यह सीट खाली है. इस सीट पर उपचुनाव होना है.

बोचहां सीट से आरजेडी की हुई जीत

बोचहां सीट से आरजेडी की जीत हुई, लालू यादव की ओर से तेजस्वी यादव को आरजेडी की कमान मिली, पार्टी में विधायकों की संख्या बढ़ी और अंत में बड़ी खुशी की बात है कि अब तेजस्वी यादव बिहार के डिप्टी सीएम बन गए हैं. इन सारी खुशियों को देखकर यही कहा जा सकता है कि रेचल अब राजश्री नहीं बल्कि तेजस्वी यादव और लालू परिवार के लिए भाग्यश्री जैसी दिख रही हैं.

Next Article

Exit mobile version