अबूधाबी में नौकरी दिलाने के नाम पर 300 लोगों से फर्जीवाड़ा, पटना में छह माह से चल रहा था ठगी का खेल

अबूधाबी में नौकरी दिलाने के नाम पर पटना के डाकबंगला चौक के एलआइसी भवन में छह माह से ठगी का खेल चल रहा था. इस ठगी में फंसे तीन लोग बुधवार को इमीग्रेशन कार्यालय पहुंचे और अपनी लिखित शिकायत दी है, जिसके बाद इस एजेंसी के संबंध में अब इमीग्रेशन कार्यालय अगले एक-दो दिनों में एफआइआर करेगा.

By Prabhat Khabar | July 15, 2021 8:05 AM

पटना. अबूधाबी में नौकरी दिलाने के नाम पर पटना के डाकबंगला चौक के एलआइसी भवन में छह माह से ठगी का खेल चल रहा था. इस ठगी में फंसे तीन लोग बुधवार को इमीग्रेशन कार्यालय पहुंचे और अपनी लिखित शिकायत दी है, जिसके बाद इस एजेंसी के संबंध में अब इमीग्रेशन कार्यालय अगले एक-दो दिनों में एफआइआर करेगा.

जानकारी के मुताबिक इस एजेंसी ने 300 से अधिक लोगों से पैसा व पासपोर्ट लिया है, जिसको लेकर अब इमीग्रेशन कार्यालय ने जांच शुरू कर दी है. जिस एजेंसी की शिकायत आयी है, यह यहां रजिस्टर्ड नहीं है. इसके कारण इस मामले में कार्रवाई तेज कर दी गयी है. अधिकारियों ने कहा है कि एक-दो दिनों में जांच के बाद इस एजेंसी पर अब एफआइआर की जायेगी.

यह की गयी है शिकायत

शिकायत करने वालों ने बताया कि उसने कई एजेंट के माध्यम से कहीं-कहीं देश से बाहर नौकरी के लिए कहा था, जिसके बाद डाकबंगला स्थित एलआइसी भवन में कार्यरत जीवीएम मैन पावर एजेंसी से उन्हें फोन गया और उन्हें बताया गया कि उन्हें शॉट टर्म काम के लिए अबूधाबी भेजा जायेगा.

इसके लिए उन्हें पटना आना होगा. जब वे तीनों पटना पहुंचे, तो इनसे पैसे की मांग की गयी और पासपोर्ट भी ले लिया गया. इन सभी ने पैसा दिया और पासपोर्ट जमा कर दिया. इन सभी ने 20 जून को पैसा दिया था और दो जुलाई को इनका वीजा आने वाला था. वहीं, इन्हें यह भी कहा गया था कि 25 जुलाई तक ऑफर लेटर मिल जायेगा.

उसके बाद इन सभी को बाकी की रकम देनी थी. इन सभी से अलग-अलग मांग की गयी थी. इन सभी के मुताबिक अब एजेंसी बंद है. वहां ताला लटका है. कोई भी फोन नहीं उठा रहा है. इन्हें जो विजिटिंग कार्ड दिया गया था, उसमें गुड़गांव व आंध्र प्रदेश का नंबर व पता है. इस पर इमीग्रेशन कार्यालय की तरफ से संपर्क किया जा रहा है.

बिहार में रजिस्टर्ड 11 और नॉन रजिस्टर्ड 44 से अधिक एजेंसियां

राज्य भर में 11 रजिस्टर्ड एजेंसियां हैं, जिनके माध्यम से लोग दूसरे देशों में जा सकते हैं, लेकिन जांच में 44 से अधिक एजेंसियों के नाम सामने आये हैं. इनमें से कुछ एजेंसियों ने रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आवेदन दिया है, लेकिन बाकी सभी को जांच कर बंद कराने का आदेश जारी किया गया है. इन पर कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग लिया गया है.

पांच वर्षों में 18 देशों में गये लोगों के आंकड़े

2016 76385

2017 69426

2018 59181

2019 55423

2020 14174

इन देशों में अधिक जाते हैं बिहारी

कुवैत, अफगानिस्तान, मलयेशिया, इंडोनेशिया, इराक, ओमान, कतर, अरब, सूडान, सीरिया, थाइलैंड, यमन, लिबिया सहित अन्य देश हैं.

Posted by Ashish Jha

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