बिहार में दो और अधिकारियों के ठिकानों पर EOU की कार्रवाई, पटना, गया और भोजपुर में चल रही छापेमारी

बुधवार की सुबह इओयू की टीम ने दो अधिकारियों के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है. पटना के पालीगंज के पूर्व सीईओ के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है. इसके अलावा भोजपुर के संदेश थाना के प्रभारी के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है. दोनों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 13, 2022 1:37 PM

पटना. बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की कार्रवाई जारी है. बुधवार की सुबह इओयू की टीम ने दो अधिकारियों के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की है. पटना के पालीगंज के पूर्व सीईओ के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है. इसके अलावा भोजपुर के संदेश थाना के प्रभारी के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है. दोनों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज हैं.

अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी

इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ बालू के अवैध खनन के तार जुड़े होने की शिकायत मिली थी. इसके बाद से लगातार इनकी संपत्ति पर इओयू ने नजर बनाकर रखा हुआ था और आज इनके कई अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गयी है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम पटना और गया में एक साथ छापेमारी कर रही है.

पालीगंज के सीओ रह चुके राकेश कुमार

पालीगंज के तत्कालीन सीओ रह चुके राकेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. साथ ही साथ संदेश के तत्कालीन थाना प्रभारी रहे पंकज कुमार के ठिकानों पर छापेमारी जारी है. राकेश कुमार के पैतृक मकान और पटना के रूपसपुर के आवास की तलाशी ली जा रही है. इसके अलावा पंकज कुमार के गया और भोजपुर आवास पर छापेमारी चल रही है. डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में पटना से लेकर गया तक चार ठिकानों पर छापेमारी चल रही है.

कई जगहों पर चल रही है छापेमारी

भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 यथा संशोधित 2018 के तहत पूर्व अंचलाधिकारी राकेश कुमार के गया स्थित रामपुर गोरैया स्थान और राजधानी पटना के रूपसपुर के कालीकट नगर स्थित आवास पर छापेमारी चल रही है साथ ही पंकज कुमार जो संदेश के पूर्व थानाध्यक्ष हैं, उनके गया के कोच में और छोटकी नवादा इलाके स्थित आवास में एक साथ छापेमारी चल रही है.

दोनों के खिलाफ है मामला दर्ज 

आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इन दोनों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला उजागर होने के बाद आर्थिक अपराध इकाई के थाने में ही केस दर्ज किया गया था. इसके बाद न्यायालय से अनुमति मांगी गई थी. न्यायालय से आदेश मिलने के बाद आज इन स्थानों पर छापेमारी चल रही है.

100 से अधिक अधिकारी रडार पर 

आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों की मानें तो लगभग 100 ऐसे पदाधिकारी हैं जिन्होंने बालू की अवैध खुदाई की आड़ में भारी मात्रा में अवैध संपत्ति अर्जित की है और ऐसे अफसरों को एक-एक कर खंगाला जा रहा है. अभी कुछ दिन पहले स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जेल विभाग के एआईजी रूपक कुमार ठिकानों पर छापेमारी कर 10 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का मामला उजागर किया था.

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