BSSC ऑफिस के सामने परीक्षार्थियों का प्रदर्शन, आयोग पर मनमानी करने का लगा रहे आरोप

प्रथम इंटर स्तरीय बहाली की काउंसलिंग 2014 के विज्ञापन के अनुसार कराने की मांग को लेकर परीक्षार्थियों ने सुबह 11 बजे से आयोग के कार्यालय के सामने धरना दिया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2021 4:31 PM

पटना. बिहार कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर सोमवार को छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया. इसके बाद छात्र वही धरने पर बैठ गये हैं. प्रथम इंटर स्तरीय बहाली की काउंसलिंग 2014 के विज्ञापन के अनुसार कराने की मांग को लेकर परीक्षार्थियों ने सुबह 11 बजे से आयोग के कार्यालय के सामने धरना दिया है.

छात्रों का सीधे तौर पर कहना है कि 2014 की बहाली में 8 साल लग गये और अब जब बहाली हो रही है तो करीब 14 हज़ार के आसपास बहाली ली गयी. उस बहाली में आयोग की तरफ से 2014 के आय और जाति प्रमाण पत्र की मांग की गयी है.

परीक्षार्थियों का कहना है कि 2014 के विज्ञापन मे स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि जाति प्रमाण पत्र, नन क्रीमीलेयर सर्टिफिकेट तथा कम्प्यूटर दक्षता, टाइपिंग से संबंधित सर्टिफिकेट पीटी का फॉर्म भरते समय देने की आवश्यकता नही है. काउंसलिंग के समय ये प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा. सीजीएल-2 में भी इसी तरह का विज्ञापन था और काउंसलिंग मे 2014 या इससे पहले का बना ये सभी प्रमाण पत्र देने की बाध्यता नहीं थी.

छात्रों का कहना है कि इतना पुराना आय और जाति प्रमाण पत्र कहां से ला पाएंगे. वर्तमान में जो जातीय प्रमाण पत्र हैं, वह हम दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार नौकरी नहीं देने का हर दिन एक नया एक बहाना ढूंढ रही है. एक तो 8 साल के बाद बहाली हो रही है. इसके बावजूद भी सरकार की इतनी बड़ी लापरवाही देखी जा रही है. जिसके खिलाफ आज बिहार कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर काफी संख्या में छात्रों ने धरना दिया.

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि जब तक BSSC नोटिस जारी करके 2014 की बाध्यता को नहीं हटाती है, तबतक धरना जारी रहेगा. उन्होंने कहा की जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है. तब तक हम आंदोलन करते रहेंगे. जरूरत पड़ी तो आत्मदाह भी करेंगे, लेकिन सरकार से अपनी मांग पूरी करवा कर ही छोड़ेंगे.

Posted by Ashish Jha

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