पटना. कोरोना महामारी के बीच डॉक्टरों की संख्या को बढ़ाने के लिए राज्य में अब अस्थायी नियुक्ति की जायेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. रविवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि प्रत्येक प्रखंड में एक डॉक्टर की नियुक्ति की जायेगी.
इस हिसाब से कुल 534 अस्थायी डॉक्टर तीन महीने के लिए नियुक्त किये जायेंगे. इसे आवश्यकता अनुसार आगे बढ़ाया भी जायेगा. उन्होंने बताया कि एक-दो दिनों में विज्ञापन जारी कर सभी जिलों में एक दिन में ही वाक-इन-इंटरव्यू निर्धारित किया जायेगा.
कार्यपालक निदेशक ने बताया कि इसके अलावा नेशनल हेल्थ मिशन के तहत चल रही नर्सों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी तेज की जा रही है. जिन पदों पर सिर्फ काउंसेलिंग के लिए मामला अटका हुआ है, उसे जल्द पूरा किया जायेगा. गौरतलब है कि इसके तहत कुल 865 नर्सों की नियुक्ति पूरी की जानी है.
राज्य में 3706 विशेषज्ञ डॉक्टर और 2632 सामान्य डॉक्टरों की स्थायी नियुक्ति का मामला चल रहा है. इसके लिए विभाग की ओर से बिहार तकनीकी सेवा आयोग को अधियाचना भेजी जा चुकी है. इस नियुक्ति प्रक्रिया को भी तेज करने का निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में डॉक्टरों और पारा मेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों पर नियमित नियुक्ति की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया था. मुख्यमंत्री ने कहा था कि कि वाक-इन-इंटरव्यू प्रक्रिया के माध्यम से हर जिले में आवश्यकतानुसार डॉक्टरों और पारा मेडिकल स्टाफ के खाली पदों पर अस्थायी नियुक्ति भी की जाये.
राज्य में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाने के लिए मुख्यमंत्री ने एक बड़ी पहल की है. उन्होंने अहमदाबाद विशेष विमान भेजकर रेमडेसिविर के 14 हजार वायल इंजेक्शन जल्द मंगवाने का आदेश दिया है. यह जानकारी मुख्यमंत्री ने रविवार को ट्वीट कर दी. गौरतलब है कि इस इंजेक्शन की तेजी से बढ़ती मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री ने यह विशेष पहल की है.
Posted by Ashish Jha