Coronavirus in Bihar : बिहार में 7000 सिलिंडर का उत्पादन, जरूरत 9000 की, जानें कहां कितना मिल रहा ऑक्सीजन

पटना जिले में प्रतिदिन सात हजार सिलिंडर का उत्पादन हो रहा है, लेकिन यहां कम-से-कम नौ हजार सिलिंडर की आवश्यकता है. नौ हजार सिलिंडर की व्यवस्था होने पर जिले के पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस के साथ ही कोविड इलाज के लिए जोड़े गये 90 निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या खत्म होगी.

By Prabhat Khabar | April 30, 2021 7:11 AM

पटना. पटना जिले में प्रतिदिन सात हजार सिलिंडर का उत्पादन हो रहा है, लेकिन यहां कम-से-कम नौ हजार सिलिंडर की आवश्यकता है. नौ हजार सिलिंडर की व्यवस्था होने पर जिले के पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस के साथ ही कोविड इलाज के लिए जोड़े गये 90 निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या खत्म होगी.

अगर प्रतिदिन दस हजार सिलिंडर की व्यवस्था हो जाये तो फिर हर जगह ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए समस्या नहीं आयेगी. इसके लिए जिला प्रशासन ने उद्योग विभाग से प्रतिदिन 1770 ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है.

इसके साथ ही मेडिकल कालेजों में लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक लगाने का अनुरोध स्वास्थ्य विभाग से किया गया है. लेकिन, उपायों की व्यवस्था होने तक उपलब्ध ऑक्सीजन सिलिंडर का अच्छे तरीके से उपयोग हो, इसके लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों की मांग व वास्तविक आवश्यकता का आकलन किये जाने पर विचार-विमर्श करना भी जरुरी है‍.

मसलन किस हॉस्पिटल को प्रतिदिन असल में कितने ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत है? इसके लिए भी जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख कर ऑडिट कराने का आग्रह किया है.

इससे यह जानकारी मिल जायेगी कि हर अस्पताल को प्रतिदिन कितना सिलिंडर देना है. जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जिले में सात हजार ऑक्सीजन सिलिंडर का उत्पादन हो रहा है़ लेकिन मांग अधिक है. इसके लिए उद्योग विभाग से 1770 ऑक्सीजन सिलिंडर देने का आग्रह किया गया है.

अभी किन अस्पतालों को कितना मिल रहा सिलिंडर

अभी सात हजार ऑक्सीजन सिलिंडर में से पीएमसीएच को एक हजार, एनएमसीएच को एक हजार, आइजीआइएमएस को छह सौ सिलिंडर उपलब्ध कराया जा रहा है. इन तीनों हॉस्पिटलों में 700 से 800 कोविड मरीजों के लिए बेड आरक्षित हैं. इनके अलावा 90 निजी अस्पतालों के 2000 बेडों पर कोविड मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

निजी अस्पतालों द्वारा प्रतिदिन चार हजार सिलिंडर की मांग की जा रही है. इनके अलावा जिला व अनुमंडल में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर बनाने के बाद वहां भी सिलिंडर खप रहा है. अभी यह स्थिति है कि जितने बेड हो गये हैं, उतने ऑक्सीजन सिलिंडर का उत्पादन नहीं हो रहा है.

इससे पीएमसीएच, एनएमसीएच को छोड़कर आइजीआइएमएस, निजी अस्पताल व अन्य कोविड हेल्थ केयर सेंटर में ऑक्सीजन सिलिंडर की कमी हो रही है. और, जहां ऑक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था नहीं है, वहां मरीज भी एडमिट नहीं किये जा रहे हैं.

Posted by Ashish Jha

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