जिला शिक्षा पदाधिकारी होंगे परीक्षा नियंत्रक
राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक की वार्षिक परीक्षा 10 से 19 मार्च तक आयोजित की जायेगी. परीक्षा के दौरान किसी तरह परेशानी न हो इसके लिये जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में नियंत्रण कक्षा स्थापित किया जायेगा. राज्य शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेज कर जिला स्तर पर 9 से 19 मार्च तक नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया है. ताकि किसी तरह जानकारी के लिये जिला शिक्षा कार्यालय से संपर्क किया जा सके. एससीईआरटी ने कहा है कि परीक्षा में शैक्षिक गतिविधियों का वर्ग शिक्षक द्वारा संपूर्ण वर्ष किये गये अवलोकन के आधार पर विद्यार्थियों का मूल्यांकन एवं ग्रेडिंग की जायेगी.
पांच मार्च तक पहुंच जायेगा डीईओ कार्यालय में प्रश्न पत्रकक्षा एक और दो के बच्चों की मौखिक मूल्यांकन किया जायेगा. वहीं, कक्षा तीन से आठवीं तक के विद्यार्थियों की लिखित परीक्षा होगी. एससीईआरटी ने कहा है कि परीक्षा से पहले कक्षा तीन से आठवीं का प्रश्न पत्र सह उत्तर पुस्तिका पांच मार्च तक जिला शिक्षा कार्यालय (डीईओ) पहुंच जायेगा. स्कूलों में बच्चों के संख्या के अनुसार ही प्रश्न पत्र सह उत्तरपुस्तिका उपलब्ध कराया जायेगा. प्रश्न पत्रों को स्कूलों तक पहुंचाने के क्रम में गोपनीयता बरतने के लिये निर्देश दिया गया है. किसी विषय एवं भाषा के प्रश्न पत्र सह उत्तर पुस्तिका की संख्या कम नहीं होनी चाहिये. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की जिम्मेवारी होगी कि जिला मुख्यालय से प्राप्त कर प्रश्न पत्र सह उत्तर पुस्तिका का ससमय विद्यालयवार, विषयवार, पालीवार वितरण सुनिश्चित करेंगे.
उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 से 26 मार्च करना होगा पूरानिर्देश में कहा गया है कि कक्षा एक से आठवीं तक परीक्षा समाप्ति के बाद 19 से 26 मार्च के बीच उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य हर हार में पूरा कर लेना होगा. परिणाम जारी करने के बाद मूल्यांकन पंजी और मूल्यांकन पंजी प्रपत्र स्कूल स्तर पर संधारित किया जायेगा. कॉपियों की जांच के लिये प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी स्तर पर परीक्षक नियुक्त किये जायेंगे.
परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद वाशरूम जाने की मिलेगी अनुमतिपूरी परीक्षा के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी परीक्षा नियंत्रक होंगे. सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इस कार्य में सहयोग करेंगे. प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा शुरू होने के बाद एक घंटे बाद परीक्षार्थियों को वाशरूम जाने की अनुमति दी जायेगी. विशेष परिस्थिति वीक्षक अपने स्वविवेक का प्रयोग करेंगे. शैक्षिक रूप से कमजोर बच्चों को परीक्षा कक्ष में अगली पंक्ति में बैठेंगे. प्रधानाध्यापक परीक्षा अवधि में परिसर में भ्रमण करते रहेंगे. परीक्षा के दौरान परिसर में शांति एवं स्वच्छता पर प्रधानाध्यापक विशेष तौर पर ध्यान देंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है