भारतमाला परियोजना के तहत आमस-दरभंगा फोर लेन में धनरूआ व फतुहा अंचल में एलायनमेंट वाले हिस्से में जमीन अधिग्रहण का सीमांकन काम पूरा हो गया. 10.7 किमी फोर लेन में जमीन का दखल कब्जा दिलाने के बाद निर्माण काम शुरू हो गया. शेष 2.5 किमी में फोर लेन के निर्माण को लेकर 10 दिनों में मक्के की फसल कटने के बाद जमीन अधिग्रहण होगा.सड़क निर्माण के लिए 221.62 एकड़ भूमि का दखल-कब्जा दिलाने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.
जमीन अधिग्रहण को लेकर समीक्षा
डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने आमस-दरभंगा फोर लेन में जमीन अधिग्रहण को लेकर समीक्षा की. समीक्षा में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी रंजन चौधरी ने डीएम को बताया कि 10.7 किमी में भौतिक दखल-कब्जा एनएचएआइ व क्रियान्वयन एजेंसी मेघा इंजीनियरिंग दिया गया है. शेष 2.5 किमी में मक्के की फसल कटने के बाद लगभग 10 दिन में भौतिक दखल-कब्जा दे दिया जाएगा. दखल कब्जा वाले हिस्से में प्रारंभिक कार्य सीमांकन, समतलीकरण, अपशिष्ट सामग्री तथा झाड़ी सफाई कार्य पूर्ण कर लिया गया है. डीएम द्वारा प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन को लेकर लगातार मॉनिटरिंग होती रही. डीएम कार्य स्थल पर खुद जाकर किसानों से बात कर समस्या को सुलझाते रहे.
220 रैयतों को मिला 36.09 करोड़ मुआवजा
जमीन अधिग्रहण में अब तक 220 रैयतों के बीच कुल 36.09 करोड़ की राशि का भुगतान हो गया. आवेदन मिलने के अनुसार भुगतान की कार्रवाई जारी है. धनरूआ अंचल के आठ गांव में मुआवजा भुगतान का काम तेजी से चल रहा है. फतुहा अंचल के चार गांव में किसानों द्वारा मुआवजा नहीं लेने के कारण विशेष भू-अर्जन न्यायाधीश पटना के न्यायालय में 25.34 करोड़ राशि जमा कर दी गयी है. जमीन अधिग्रहण के एवज में किसानों को 123.24 करोड़ मुआवजा भुगतान होना है.
तीन सदस्यीय अमीन की टीम ने सीमांकन किया
धनरूआ अंचल के आठ मौजा व फतुहा अंचल के चार मौजा में एलायनमेंट के सीमांकन का कार्य भू-अर्जन अमीनों के तीन सदस्यीय टीम ने किया गया. 11 मई से सीमांकन का काम शुरू होकर यह कार्य 23 मई को समाप्त हो गया. इसके फतुहा अंचल में सड़क की कुल लंबाई 4.4 किमी में 2.6 किमी का जमीन भौतिक दखल-कब्जा दे दिया गया है. धनरूआ अंचल में कुल लंबाई 8.8 किमी में 8.1 किमी का भौतिक दखल-कब्जा दिया गया है.