वाणिज्य कर विभाग की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने पटना और गोपालगंज समेत राज्य के कई शहरों के 38 बिना निबंधन के चलाये जा रहे विवाह भवनों पर एक साथ छापेमारी की. इसके लिए विभाग ने 120 अधिकारियों की 38 टीम का गठन किया था. टीम ने सारे दस्तावेज अपने कब्जे में लेकर इसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी है. देर रात तक जांच जारी थी.
करोड़ों की कर चोरी की संभावना
टीम ने पटना में 15, गोपालगंज, पूर्णिया व दरभंगा में तीन-तीन, भागलपुर, मुंगेर व कटिहार में दो-दो, और सासाराम, सिवान, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, रक्सौल, बेतिया, सहरसा, लखीसराय में एक- एक विवाह भवन पर छापेमारी की गयी. ये सभी विवाह भवन जीएसटी में रजिस्टर्ड नहीं थे. जीएसटी के नियमानुसार विवाह भवन को भी रजिस्ट्रेशन करवाना है. विभागीय सूत्रों की मानें, तो करोड़ों की कर चोरी का मामला बनता है. वित्त एवं वाणिज्य कर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसकी पुष्टि की है.
अनिबंधित मैरेज हॉल के विरुद्ध की गयी छापेमारी
प्रदेश के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि शनिवार को राज्य के अनिबंधित मैरेज हॉल के विरुद्ध पुन: छापेमारी की बड़ी कार्रवाई विभाग द्वारा की गयी है. इसमें ऐसे विवाह भवन शामिल हैं, जो पहले कर का भुगतान कर रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने निबंधन कैंसिल करा लिया. अब बिना जीएसटी निबंधन के ही कारोबार कर रहे थे और सरकार को कोई कर नहीं दे रहे थे.
दिसंबर में भी कई मैरेज हॉल के खिलाफ हुई थी कार्रवाई
मंत्री ने बताया कि वाणिज्य-कर विभाग ने दिसंबर में भी ऐसे कई मैरेज हॉल के खिलाफ पूरे राज्य में कार्रवाई की थी. इसके फलस्वरूप 18 मैरेज हॉल द्वारा जीएसटी का निबंधन भी प्राप्त किया गया. उन्होंने कहा कि कर चोरी करने वाले ऐसे सभी व्यवसायिक संगठनों जैसे- फूड कैटरिंग, वीडियोग्राफी, डेकोरेशन, टेंट हाउस, रियल इस्टेट, कोचिंग संस्थान, सिक्योरिटी पर वाणिज्य-कर विभाग पैनी नजर रख रहा है.
एसजीएसटी मद में नगद कर 650 करोड़ के पार
विजय चौधरी ने कहा है कि हाल के दिनों में वाणिज्य-कर विभाग ने कर संग्रहण के लिए बेहतर प्रयास किये हैं. इससे वर्तमान माह में राज्य के करदाताओं द्वारा एसजीएसटी मद में नगद कर भुगतान 650 करोड़ को पार कर गया है. यह पिछले महीनों की तुलना में करीब सौ करोड़ रुपये अधिक है. सामान्यत: पिछले कई महीनों में कर संग्रहण साढ़े पांच सौ करोड़ के आसपास रहा है. चालू माह में अब तक कर संग्रहण 650 करोड़ के पार पहुंचना विभाग की बेहतर उपलब्धि है. सर्विस सेक्टर पर विभाग की पैनी नजर है. इस सेक्टर में राजस्व संग्रहण की काफी संभावनाएं हैं.