Bihar Vidhan Sabha session 2020 LIVE Updates,17th Bihar Vidhan Sabha Satra Latest news: कोरोना महामारी के दौर में बिहार चुनाव के बाद से सोमवार के विधानसभा का पांच दिवसीय बैठक शुरू हो गया है. 17 वीं बिहार विधानसभा के इस सत्र का आज दूसरा दिन है . इधर, आज ही बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन भी हो गया. राजद ने भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है. एनडीए की ओर से विजय सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है. उतार सकता है. 25 नवंबर को नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. सोमवार की तरह आज भी हंगामेदार सत्र होने की संभावना है. आज सुबह ही माले विधायकों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया. बिहार विधानसभा सत्र से जुड़ी हर खबर की अपडेट के लिए बने रहें Prabhat khabar के साथ.
इस बार भाजपा में बड़े स्तर पर बदलाव देखे जा रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष के बाद अब भाजपा के मुख्य सचेतक का पद भी किसी नये व्यक्ति को देने की तैयारी चल रही है. इस बार मुजफ्फरपुर जिला के पारू विधानसभा क्षेत्र के विधायक अशोक कुमार सिंह को मुख्य सचेतक बनाये जाने की चर्चा जोरों पर है. हालांकि, भाजपा की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की गयी है. परंतु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विधानसभा के मुख्य सचेतक कुम्हरार विधायक अरुण कुमार सिन्हा को बदलने की पूरी तैयारी हो चुकी है. उनके स्थान पर ही दूसरे सवर्ण विधायक अशोक कुमार सिंह को इस पद पर मनोनीत किया जा सकता है.
17 वें बिहार विधानसभा के पहले सत्र के दौरान चार विधायकों को छोड़कर शेष 241 विधायकों ने सदन की सदस्यता ग्रहण कर ली. जिन विधायकों ने शपथ नहीं लिया उसमें निर्मली के विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, जीरादेई विधानसभा से निर्वाचित अमरजीत कुशवाहा, गोपालपुर से निर्वाचित नरेंद्र कुमार नीरज और मोकामा से निर्वाचित विधायक अनंत कुमार सिंह शामिल हैं.
बिहार विधानसभा में शपथ लेने के दौरान हिंदुस्तान शब्द बोलने से इनकार करने वाले विधायक अख्तरुल ईमान का राजद ने समर्थन किया है. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि अख्तरुल इमान द्वारा शपथ में हिंदुस्तान की जगह भारत का प्रयोग करने पर कई लोगों ने एतराज जताया है. इस मामले में हमारा संविधान क्या कहता है, अगर संविधान की प्रस्तावना आप पढ़ते हैं तो पहला वाक्य यह है कि 'हम भारत के लोग', वहां यह नहीं लिखा गया है कि हम हिंदुस्तान के लोग. इसलिए मुझे लगता है कि अख्तरुल जब हिंदुस्तान की जगह भारत का इस्तेमाल कर रहे थे तो तकनीकी रूप से वह बिल्कुल सही थे.
आज 49 सदस्यों ने ली सदस्यता की शपथ. इनमें मंत्री जीवेश कुमार भी शामिल हैं. 4 सदस्य अनिरुद्ध यादव, नरेंद्र नीरज, अनन्त कुमार सिंह, अमरजीत कुशवाहा ने नही ली सदस्यता की शपथ. आपको बता दें कि कोराना महामारी के चलते 17वीं विधानसभा का पहला सत्र के दौरान पहली बार विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा के सेंट्रल हॉल में संपन्न हो रहा है. इससे पहले सोमवार को दोनों पालियों को मिलाकर कुल 190 विधायकों ने विधायक के रूप में अपने कर्तव्यों के निर्वहन की शपथ ली.
17 वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो गया.आज दूसरा दिन है और सदन शुरू होने से पहले माले के विधायकों ने विधानसभा परिसर के बाहर जमकर हंगामा किया. सभी ने गुलनाज को इंसाफ दिलाने की मांग की. माले विधायकों ने हाथ में तख्ती लेकर प्रदर्शन किया और गुलनाज को जल्द से जल्द इंसाफ दिलाने की मांग की. इशके अलावा माले के विधायकों ने पटना में हुए किडनी कांड का भी मुद्दा उठाया है. माले विधायकों ने सरकार से मांग की है कि जल्द ही इस मामले में युवक को न्याय मिले. स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की है.
17वीं बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए महागठबंधन की ओर से अवध बिहारी चौधरी स्पीकर पद के उम्मीदवार होंगे. अवध बिहारी चौधरी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर से नामांकन दाखिल करने पहुंचे. इसके साथ ही अब बिहार में स्पीकर पद के लिए चुनाव रोमांचक दौर में पहुंच गया है. इधर, भाजपा की ओर से विजय सिन्हा बिहार विधानसभा स्पीकर के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.
एनडीए सरकार को सदन में घेरने की रणनीति पर मंथन करने के लिए राजद विधायक दल की बैठक मंगलवार को विधानसभा परिसर में ही होगी. इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव विधायकों को बतायेंगे कि उन्हें किस तरह एनडीए सरकार को घेरना है. उन्होंने संकेत दिये हैं कि इस सरकार को सदन से सड़क तक सरकार को राहत नहीं दी जायेगी.
विधानसभा सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित 94 सदस्यों को शपथ दिलायी गयी. प्रमुख लोगों में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, पूर्व मंत्री मेवालाल चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, महेश्वर हजारी, रामनारायण मंडल थे. पिछली बार मंत्री पद के लिए शपथ को लेकर चर्चा में रहे पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव इस बार एक सांस में ही पूरी शपथ पढ़ गये. ऐसा लग रहा था मानों पर शपथ उनको कंठस्थ है.
सोमवार को सदन का पहला दिन था. शपथ की कार्यवाही शुरू होने के पहले कांग्रेस और वामदलों के विधायकों ने सदन के बाहर अलग-अलग मुद्दों को लेकर नारेबाजी की. हाजीपुर के गुलनाज हत्याकांड मामले को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. कांग्रेसी विधायकों ने विधानसभा के बाहर 'गुलनाज को इंसाफ दो' जैसे नारे लगाए. साथ ही नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा.
Posted By: Utpal kant