सीवान में तेज रफ्तार का कहर, खड़े ट्रक में घुसी स्कॉर्पियो, एक की मौत, सात घायल

Bihar Road Accident: सीवान में बड़ी सड़क दुर्घटना की खबर सामने आ रही है. तेज रफ्तार स्कॉर्पियो खड़े ट्रक में घुस गयी. टक्कर इतनी तेज थी कि एक धमाके जैसी आवाज आसपास के क्षेत्र में सुनी गई. इसके बाद लोग आवाज की दिशा में दौड़ पड़े. लोगों ने देखा कि स्कॉर्पियो में सवार लोग बुरी तरह जख्मी हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2022 6:30 PM

बिहार के सिवान जिले से बड़ा हादसा होने की खबर सामने आ रही है. बसंतपुर स्थित जीबी नगर थाना क्षेत्र के जीन बाबा स्थान के नजदीक गुरुवार की सुबह हाइवे पर खड़े ट्रक में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो घुस गई. टक्कर इतनी तेज थी कि एक धमाके जैसी आवाज आसपास के क्षेत्र में सुनी गई. इसके बाद लोग आवाज की दिशा में दौड़ पड़े. लोगों ने देखा कि स्कॉर्पियो में सवार लोग बुरी तरह जख्मी हैं व वाहन का अगला भाग काफी क्षतिग्रस्त हो गया है. स्थानीय लोगों ने तत्काल इसकी सूचना जीबी नगर थाने को भी दी. लोगों की मदद से सभी घायलों को सदर अस्पताल भेजा गया. वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने बसंतपुर थाना क्षेत्र के बसांव टोला नगरी निवासी बलिस्टर यादव की बेटी संजू कुमारी (20) को मृत घोषित कर दिया. वहीं घटना में घायल रामस्वरूप राय, मुखदेव राय, उपेन्द्र प्रसाद, श्रीलाल पंडित, लालती देवी, निशा कुमारी व काजल कुमारी का इलाज शुरू किया गया.

घटना के बाद स्कॉर्पियो का अगला भाग बुरी तरह क्षतिग्रस्त

गंभीर रूप से जख्मी रामस्वरूप राय को बाद में पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. जानकारी के अनुसार बसांव टोला नगरी गांव से कई परिवार के लोग किसी डॉक्टर से दिखाने स्कॉर्पियो से गोरखपुर जा रहे थे. मृतका संजू कुमारी को भी डॉक्टर से ही दिखाना था. लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था. घायलों ने बताया कि वाहन जैसे ही कर्णपुरा बाजार से आगे पहुंचा तो सड़क सुनसान होने के कारण वाहन की गति तेज थी. आगे सड़क पर ही एक ट्रक खड़ी थी, जिसका कुछ भाग ही सड़क से नीचे था. स्कॉर्पियो के चालक ने मामला समझने में देरी कर दी व स्कॉर्पियो ट्रक के पिछले भाग से टकरा गया. सदर अस्पताल में घायलों के पहुंचने पर समाजसेवी श्रीनिवास यादव ने काफी मदद की. बाद में मृतका संजू कुमारी के शव को पोस्टमॉर्टम में भेजा गया.

रात भर सड़क पर ही खड़े किए जाते हैं ट्रक

सैनिवास यादव ने सदर अस्पताल में कहा कि रात भर बालू लदे ट्रक सड़क पर ही खड़ी रहते हैं. अचानक सुबह होते ही ऐसा क्या हो जाता है कि विभिन्न जगहों पर खड़े ट्रक अचानक अपने गंतव्य को रवाना हो जाते हैं. श्रीनिवास यादव ने कहा कि अगर ट्रक हाइवे पर खड़े नहीं रहते तो संभव था कि संजू की जान नहीं जाती. इसके अलावा उन्होंने जिले में हुई कई सड़क दुर्घटनाओं का जिम्मेदार प्रशासन की कार्यशैली को ही बताया. कहा कि परिवहन पदाधिकारी को ही इस पर ध्यान देना चाहिए कि किस परिस्थिति में हाइवे पर वाहनों को खड़ा कर दुर्घटनाओं को निमंत्रण दिया जाता है.

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