Bihar Politics: पहले देंगे गाली, फिर एजेंडे चुरा बतायेंगे अपना मास्टरस्ट्रोक, तेजस्वी यादव का भाजपा पर जोरदार वार

Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने लिखा है कि जातिगत जनगणना तो शुरुआत है, पिक्चर अभी बाक़ी है. इसी बहाने उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए आरक्षण का अपना मास्टर प्लान भी सार्वजनिक कर दिया है.

By Ashish Jha | May 2, 2025 10:58 AM

Bihar Politics: पटना. जातीय जगणना के केंद्र सरकार के एलान पर जारी सियासत के बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार और बीजेपी पर जोरदार हमला किया है. सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए तेजस्वी यादव ने आरक्षण का मास्टरप्लान भी जारी कर दिया है. उन्होंने कहा है कि आरएसएस और भाजपा के लोग इस पर भी पहले गाली देंगे और फिर हमारे ही एजेंडे को अपना मास्टरस्ट्रोक बताते हुए जरा भी संकोच नहीं करेंगे. इससे पहले राजद के युवराज ने जातीय जनगणना के केंद्र सरकार के एलान को समाजवादियों खासकर लालू प्रसाद यादव की जीत करार दिया था.

ये तो शुरुआत है, पिक्चर अभी बाक़ी है

सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर तेजस्वी यादव ने लिखा है कि जातिगत जनगणना तो शुरुआत है, पिक्चर अभी बाक़ी है. इसी बहाने उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए आरक्षण का अपना मास्टर प्लान भी सार्वजनिक कर दिया है. कहा है कि पिछड़ों/ अति पिछड़ों के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र बनाया जाएगा. पिछड़े, दलित और कमजोर वर्ग के लिए निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि ठेकेदारी में कमजोर समाज के लोगों को आरक्षण दिया जाएगा. इसके साथ साथ न्यायपालिका में आरक्षण का प्रावधान किया जाएगा. मंडल कमीशन की शेष सिफारिशों को लागू किया जाएगा. जातीय जनगणना की रिपोर्ट के आधार पर आबादी के अनुपात में आरक्षण की व्यवस्था होगी. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाया जाएगा और राज्य को विशेष पैकेज दिलाया जाएगा.

भाजपा ने विपक्ष का बड़ा मुद्दा झटक लिया

तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार के साथ बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि उच्च मानसिकता के समता विरोधी संकीर्ण व नकारात्मक संघी,भाजपाई इस पर भी हमें गाली देंगे, लेकिन बाद में हमारे ही एजेंडे को अपना मास्टर स्ट्रोक कहेंगे. कितने खोखले लोग है ये. दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना का एलान करके विपक्ष का बड़ा मुद्दा झटक लिया है. इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में जातीय सर्वे करवाया. यही वजह है कि कांग्रेस नेता राशिद अल्वी और कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया ने इसकी टाइमिंग पर सवाल खड़ा किया.

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