बिहार पुलिस खरीदेगी दो आधुनिक ड्रोन, नक्सली, बालू का अवैध खनन समेत शराब तस्करों पर रखी जायेगी नजर

केंद्र सरकार की तरफ से राज्य की पुलिस को स्पेशल इन्फ्रास्ट्रक्चर स्कीम (एसआइएस) के तहत आधुनिक सामान की खरीद के लिए राशि मुहैया करायी जाती है. इसमें राज्य सरकार की भी हिस्सेदारी रहती है.

By Prabhat Khabar | January 8, 2022 11:11 AM

पटना. राज्य में घने जंगलों, पहाड़ों और सुदूरवर्ती इलाकों में नक्सली गतिविधियों और शराब के कारोबार पर नजर रखने के लिए बिहार पुलिस ड्रोन खरीदने जा रही है. चालू वित्तीय वर्ष की समाप्ति यानी मार्च 2022 तक इन दो आधुनिक ड्रोनों की खरीद हो जायेगी. इसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है. यह पहली बार होगा, जब बिहार पुलिस के पास अपना उच्च क्षमता वाला ड्रोन होगा. फिलहाल इसे एसटीएफ को सुपुर्द किया जायेगा, ताकि वे इसका उपयोग दुर्गम इलाकों में चल रहे नक्सली ऑपरेशन में कर सकें.

इससे पहले बिहार पुलिस को सीआरपीएफ के ही ड्रोन का सहारा लेकर नक्सली ऑपरेशन करना होता था. अब एसटीएफ के पास अपना ड्रोन होगा. इसके अलावा इसका उपयोग सीमावर्ती इलाकों में शराब की तस्करी को पकड़ने के लिए भी किया जायेगा. शराब तस्करी को लेकर चौकसी बरतने में भी ये ड्रोन काफी मददगार साबित होंगे. इस आधुनिक ड्रोन की कीमत करीब 10 लाख रुपये होगी.

केंद्र सरकार की तरफ से राज्य की पुलिस को स्पेशल इन्फ्रास्ट्रक्चर स्कीम (एसआइएस) के तहत आधुनिक सामान की खरीद के लिए राशि मुहैया करायी जाती है. इसमें राज्य सरकार की भी हिस्सेदारी रहती है. इसी एसआइएस योजना के तहत करीब 22 करोड़ रुपये राज्य को मिलेंगे. इस मद से दो ड्रोन के अलावा बुलेटप्रूफ गाड़ी, जैकेट व सैटेलाइट फोन समेत अन्य संचार उपकरणों के अलावा अन्य कई आधुनिक उपकरण खरीदे जायेंगे. इन आधुनिक उपकरणों की सहायता से पुलिस को सभी तरह के अपराध पर नियंत्रण करने में काफी सहूलियत मिलेगी.

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पुलिस महकमा इस ड्रोन का उपयोग दियारा इलाकों या बालू घाटों पर अवैध खनन तथा गया, जमुई व कैमूर समेत कुछ अन्य जिलों के सुदूरवर्ती इलाकों में गांजा या अफीम की अवैध खेती का पता लगाने में भी करेगा. इन इलाकों में पुलिस के लिए पेट्रोलिंग करना या जाकर प्रतिबंधित फसलों की चेकिंग करना कठिन टास्क होता है. अब ड्रोन की मदद से एक स्थान पर ही बैठ कर पूरे इलाके की सघन मॉनीटरिंग की जायेगी.

इन ड्रोनों के कैमरे बेहद उच्च क्षमता वाले होंगे, इससे दूर से भी एक स्पष्ट रूप से चीजों को देखा जा सकेगा. कम रोशनी में भी यह आसानी से काम करेगा. इसके अलावा इसकी स्पीड और बैटरी बैकअप अन्य ड्रोन के मुकाबले काफी बेहतर होगी. इससे यह किसी भी परिस्थिति में अच्छे से काम करने में पूरी तरह से सक्षम साबित होगा.

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