Bihar News: बिहार सरकार बीमार बुजुर्गों को पहुंचाएगी घर से अस्पताल, समाज कल्याण विभाग बना रहा है प्रस्ताव

Bihar News: बिहार में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिए समाज कल्याण विभाग के माध्यम से एक प्रस्ताव तैयार हो रहा है. इसमें अगर घर में कोई बुजुर्ग अकेले व बीमार हैं, तो ऐसे बुजुर्गों को राज्य सरकार के द्वारा अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा

By Prabhat Khabar | October 5, 2021 11:45 AM

Bihar News: बिहार में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिए समाज कल्याण विभाग के माध्यम से एक प्रस्ताव तैयार हो रहा है. इसमें अगर घर में कोई बुजुर्ग अकेले व बीमार हैं, तो ऐसे बुजुर्गों को राज्य सरकार के द्वारा अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा, ताकि उनका इलाज हो सके. इस दौरान बुजुर्गों को घर से अस्पताल तक पहुंचाने का पूरा खर्च राज्य सरकार देगी.

वहीं,सरकार के द्वारा सभी अस्पतालों में बुजुर्गों के लिए अलग से इलाज की व्यवस्था होगी. इस प्रस्ताव को लेकर बहुत ही जल्द स्वास्थ्य विभाग से भी राय ली जायेगी और इसकी स्वीकृति के लिए सरकार के पास भेजा जायेगा. सरकार की ओर से अभी स्वास्थ्य संबंधित आपातकालीन स्थिति में लाभार्थियों को अस्पताल भेजने की व्यवस्था है.

सभी अस्पतालों में नयी योजना की स्वीकृति के बाद 20 बेड अलग से रखे जायेंगे. जहां एेसे बुजुर्गों को रखा जायेगा, जो अकेले रहते हैं. वहीं, अस्पताल में भर्ती होने के बाद बुजुर्गों का किस तरह से इलाज हो रहा है, इसका पूरा ब्योरा अस्पताल अधीक्षक व सिविल सर्जन के पास रहेगा, ताकि इनका बेहतर इलाज हो सके.सरकार की ओर से अभी सभी लोगों के इलाज के लिए मुफ्त दवा व जांच की व्यवस्था पूर्व से है.

एसडीओ के पास कर सकतें हैं शिकायत

पूर्व में अकेले रहने वाले बुजुर्गों के साथ कुछ ऐसी घटनाएं घटीं, जिसके बाद सरकार द्वारा बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए थाना स्तर पर निगरानी शुरू की गयी. इस दिशा-निर्देश के बाद बुजुर्गों के साथ घटने वाली घटनाओं में कमी आयी है.

वहीं, किसी भी बुजुर्ग को कोई घर से बाहर करता है या परिवार को कोई व्यक्ति अभद्र व्यवहार करता है, तो कोई भी बुजुर्ग एसडीओ के यहां शिकायत कर सकता है. इन शिकायतों के लिए अलग से कोर्ट है और इसका निबटारा भी जल्द होता है.

अभी बुजुर्गों को बुनियाद केंद्र में मिल रही हैं ये सुविधाएं

  • फिजियोथेरेपी सेवाएं : आधुनिक मशीन व एक्सरसाइज तकनीक के माध्यम से विभिन्न प्रकार के शारीरिक विकार जैसे सेरेब्रल पाल्सी, लकवा, गठिया, जोड़ों व घुटनों कमर दर्द, हड्डियों के टूटने के बाद उत्पन्न जटिलताओं का निदान एवं देखभाल.

  • आंखों की जांच के बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को जांचोपरांत चश्मा का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है.

  • वृद्धजनों के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत बीपीएल धारी वृद्धजनों को मुफ्त श्रवण यंत्र का वितरण.

  • आवश्यक कानूनी एवं अन्य प्रकार के परामर्श.

  • बुनियाद संजीवनी सेवा यानी मोबाइल थेरैपी वैन के माध्यम से सुदूर क्षेत्रों में कई तरह की सेवाएं दी जा रही हैं.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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