बिहार के सबसे बड़ा इस्कान मंदिर का खुला पट, आम आदमी भी कर सकेंगे दर्शन, सीएम नीतीश कुमार ने किया लोकार्पण

ISKCON Mandir Patna: विधवत पूजा-अर्चना करने के बाद आम लोगों के लिए इस्कान मंदिर का पट खोल दिया गया है. अब इस्कान मंदिर में श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर सकेंगे. इस्कान मंदिर का पट खुलने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने आरती-पूजन कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2022 4:57 PM

बिहार की राजधानी पटना में सबसे बड़ा इस्कान मंदिर बनकर तैयार हो गया. इस्कान मंदिर का लोकार्पण मंगलवार की शाम में हुआ. अक्षय तृतीया के दिन इस्कान मंदिर के गर्भगृह में श्री राधा बांके बिहारी सहित प्रभु श्री राम, लक्ष्मण, सीता व हनुमान गौर निताई की स्थापित मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई. मौके पर दिव्य दर्शन के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा. लोकार्पण समारोह में बिहार का राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए थे. इस्कान मंदिर का लोकार्पण सीएम नीतीश कुमार ने किया.

इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मंदिर प्रबंधन से कहा कि आपस में किसी प्रकार का विवाद न हो, ये आप सब उपदेश देते है. ये बड़ी बात है कि इस अवसर पर आप सबो को बधाई देता हूं. विधवत पूजा-अर्चना करने के बाद आम लोगों के लिए इस्कान मंदिर का पट खोल दिया गया है. अब इस्कान मंदिर में श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर सकेंगे. इस्कान मंदिर का पट खुलने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने आरती-पूजन कर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की. वहीं, इस्कान मंदिर प्रबंधन ने सीएम नीतीश कुमार का स्वागत किया.

देश भर के इस्कान मंदिर से पहुंचे लोग

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अनवरत सुमधूर कीर्तन चलता रहा है. भजन पर भक्त जन प्रभु में लीन होकर झूमते रहे. हवन की राख से तिलक लगाने के लिए भक्तों में व्याकुलता दिखी. कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कई विदेशी कृष्ण भक्त भी पटना आए हैं. इसके साथ ही श्री राधा बांके बिहारी और वैदिक संस्कार केंद्र के उद्घाटन के मौके पर कई गणमान्य लाग शामिल हुए.

10 साल में तैयार हुआ मंदिर

बुद्ध मार्ग स्थित श्री राधे बांके बिहारी जी मंदिर दो एकड़ क्षेत्र में बना है. मंदिर की ऊंचाई 108 फुट है. 100 करोड़ की लागत से 10 साल में नाग शैली में मंदिर बनकर तैयार हुआ है. पुरातन तकनीक का प्रयोग करते हुए 84 खंभा पर बना है. मंदिर में प्रभु के अलग-अलग रूप को भी दिखाया गया है. भक्त जन उन सभी रूपों को यहां देख सकते हैं.

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