लालू यादव के करीबी भोला यादव गिरफ्तार, कई ठिकानों पर आईटी की रेड, IRCTC घोटाले में हैं आरोपित

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी भोला यादव के कई ठिकानों पर बुधवार की सुबह से आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है. इधर, सूचना आ रही है कि सीबीआई ने रेल घोटाला मामले में भोला यादव को गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | July 27, 2022 2:40 PM

पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी भोला यादव के कई ठिकानों पर बुधवार की सुबह से आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है. इधर, सूचना आ रही है कि सीबीआई ने रेल घोटाला मामले में भोला यादव को गिरफ्तार कर लिया है. भोला यादव राजद के पूर्व विधायक और विधान पार्षद रहे हैं. वह लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं. कहा जाता है कि भोला यादव इस मामले का सरगना है. सीबीआई पटना के दो ठिकानों पर सर्च कर रही है, जिसमें एक भोला यादव के CA का है.

सीबीआई ने किया था तलब

जमीन के बदले नौकदी देने के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने 4 दिन पहले भोला यादव को आईआरसीटीसी घोटाला मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन भोला यादव हाजिर नहीं हुए, इसके बाद बुधवार को उन्हें दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके दरभंगा और पटना स्थित आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी भी चल रही है. लालू परिवार के बेहद खास भोला यादव पर सीबीआई का शिकंजा पड़ा है. मामला नौकरी के बदले जमीन और आईआरसीटीसी स्कैम का है. भोला यादव इस मामले में आरोपित हैं.

भोला यादव रेलमंत्री के ओएसडी रहे हैं

लालू यादव के केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान भोला यादव लालू के ओएसडी भी रहे. ज्ञात हो कि उसी समय रेलवे में भर्ती घोटाला हुआ था. मामला भर्ती घोटाले का है. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इसी मामले में सीबीआई ने जांच के बाद पिछले दिनों लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा यादव, हेमा यादव और कुछ ऐसे उम्मीदवारों पर केस दर्ज किया है.

दरभंगा और पटना स्थित आवास पर छापेमारी
लालू यादव के करीबी भोला यादव गिरफ्तार, कई ठिकानों पर आईटी की रेड, irctc घोटाले में हैं आरोपित 3

आपको बता दें, चार दिन पहले सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था. उनके दरभंगा और पटना स्थित आवास पर छापेमारी की जा रही है. पूर्व विधायक के गंज भैरोपट्टी स्थित आवास पर सीबीआइ की टीम सुबह के छह बजे पहुंची थी, जहां कमरा बंद पाए जाने पर केयर टेकर से चाभी को लेकर पूछताछ की गई. केयर टेकर प्रशांत ने बताया कि पास के एक कार्यकर्ता के पास मकान का चाभी है. कुछ ही क्षण में कार्यकर्ता ललित यादव को बुलाया गया. ललित ने मकान का चाभी उपलब्ध कराई, इसके बाद पांच सदस्यीय टीम ने बारी-बारी से सभी कमरों की तलाशी ली, लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला.

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