छह जून से बिहार में प्री-मॉनसून की बारिश

10 जून तक प्रदेश में मॉनसून के पहुंचने का पूर्वानुमान लोकल प्रेशर से कहीं भी हो सकती है बारिश पटना : केरल में मॉनसून पहुंचने के बाद मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि बिहार में 10 जून तक मॉनसून पहुंच जायेगा. इसके पूर्व छह जून से बिहार के विभिन्न हिस्सों में प्री मॉनसून की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 3, 2017 7:00 AM
10 जून तक प्रदेश में मॉनसून के पहुंचने
का पूर्वानुमान
लोकल प्रेशर से कहीं भी हो सकती है बारिश
पटना : केरल में मॉनसून पहुंचने के बाद मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि बिहार में 10 जून तक मॉनसून पहुंच जायेगा. इसके पूर्व छह जून से बिहार के विभिन्न हिस्सों में प्री मॉनसून की अच्छी बारिश होने की संभावना है, लेकिन पांच जून तक बिहार का मौसम गरम रहेगा और पटना सहित अधिकांश जिलों में ऊमस भरी गरमी रहेगी. बावजूद इसके जहां भी लोकल स्तर पर लो प्रेशर बनेगा, उस जगह के आस-पास के जिलों में बारिश हो सकती है.
मौसम विज्ञान केंद्र के रडार के मुताबिक अभी पांच जून तक आसमान साफ रहने का अनुमान है. वहीं छह व सात जून को पटना सहित बाकी जिलों में गरज के साथ बारिश होने को लेकर फोरकास्ट जारी किया गया है. पटना में 29 मई से लेकर दो जून तक के पारा में काफी बदलाव देखा गया है. शुक्रवार को भी पटना का अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया है.
अभी दो दिनों तक रहेगी उमस भरी गरमी : मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अभी दो दिनों तक गरमी रहेगी, लेकिन कहीं-कहीं लो प्रेशर से बारिश होने की संभावना है. शुक्रवार को भी दिन भर गरमी रही है. पटना का अधिकतम पारा 39.4 डिग्री, गया का 42.3, भागलपुर का 38.2 डिग्री व पूर्णिया का 39.1 डिग्री तक गया है. सुबह से ही गरमी सेलोग परेशान रहे.
अलर्ट : पटना में जलजमाव की समस्या दूर करने का निर्देश
छह को होगी फाइनल समीक्षा : पटना. नाला उड़ाही को लेकर नगर आयुक्त अभिषेक सिंह छह जून को समीक्षा बैठक करेंगे. उन्होंने बताया कि सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को पांच जून तक काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद निगम मुख्यालय स्तर से उसकी समीक्षा जायेगी. उन्होंने बताया कि खुद सभी नालों का निरीक्षण किया जायेगा. और कमी को हर हाल में पूरा करने के लिए बारिश के मौसम में भी उड़ाही होगी.
पटना : मॉनसून चंद दिनों में आनेवाला है. राजधानी में कई ऐसे स्थल हैं, जहां जलजमाव से परेशानी बढ़ सकती है. इससे निबटने के लिए अभी तक गंगा प्रोटेक्शन वॉल के सभी सुइलिस गेटों की जांच नहीं की गयी है.
इसकी जांच करने और फूलप्रूव व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. नगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने अंतर एजेेंसियों की समन्वय समिति की बैठक के दौरान समीक्षा में पाया कि पटना शहर के गंगा प्रोटेक्शन वॉल में पिछले वर्ष मॉनसून के समय कुछ स्थानों खास कर गंगा टावर के सामने, सदाकत आश्रम के निकट, गोसाईं टोला पंपिंग स्टेशन के सामने व कुर्जी मोड़ के निकट सुइलिस गेट में लीकेज की समस्या से गंगा नदी का पानी शहर में प्रवेश कर गया था.
इस संबंध में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव से अनुरोध किया गया है कि वह माॅनसून के पहले गंगा प्रोटेक्शन वॉल के सभी सुइलिस गेट की जांच करके लीकेज की समस्या को दूर करें. इस संबंध में पटना के नगर आयुक्त को निर्देश दिया गया है कि वह एक अभियंता की ड्यूटी लगा कर इस कार्य के लिए जल संसाधन विभाग के साथ प्रतिदिन समन्वय करेंगे.

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