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लालू प्रसाद इनकम टैक्स के छापों से हुए विचलित : भाजपा
भाजपा ने फूंके नीतीश और लालू प्रसाद के पुतले पटना : भाजपा कार्यालय पर बुधवार को राजद कार्यकर्ताओं द्वारा किये गये हमले के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का डाकबंगला चौराहा पर पुतला फूंका. पार्टी कार्यालय से पार्टी नेता व सैकड़ों कार्यकर्ता डाक बंगला तक […]
भाजपा ने फूंके नीतीश और लालू प्रसाद के पुतले
पटना : भाजपा कार्यालय पर बुधवार को राजद कार्यकर्ताओं द्वारा किये गये हमले के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का डाकबंगला चौराहा पर पुतला फूंका. पार्टी कार्यालय से पार्टी नेता व सैकड़ों कार्यकर्ता डाक बंगला तक शांतिपूर्ण मार्च किया तथा पुतला दहन किया. पार्टी का पुतला दहन का कार्यक्रम राज्यव्यापी था.
सभी जिला मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद का पुतला फूंका. विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष डॉ प्रेम कुमार ने कहा की लालू प्रसाद इनकम टैक्स के छापों से विचलित हो गये हैं और वे बिहार को पुनः 1990 से 2005 तक की स्थिति में लाना चाहते हैं.
उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ लाठी डंडे एवं ईंट पत्थर का सहारा ले रहे हैं. भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक नितिन नवीन ने कहा की भ्रष्टाचार के आरोप एवं इनकम टैक्स के छापों के बाद लालू प्रसाद के पुत्रों को मंत्री पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है . दोनों को तत्काल मंत्री पद से बरखास्त किया जाना चाहिए. सुशासन की बात करनेवाले नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं.
जनता की गाढ़ी कमाई को लूटकर अपने लिए करोड़ों की संपत्ति जमा कर रहे हैं जनता इन सबका हिसाब लेगी. इस मौके पर पार्टी के मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा, विधायक संजीव चौरसिया सहित प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कुमार, महिला मोरचा अध्यक्ष अनामिका सिंह, जिलाध्यक्ष सीताराम पांडेय महामंत्री अजय मिश्रा आदि भी मौजूद थे.
राज्यपाल से मिले एनडीए के नेता
पटना. राजग ने भाजपा मुख्यालय पर हमला करने वालों को दबोचने में पुलिस की विफलता पर क्षोभ व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि तीस घंटे के बाद भी अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. राजग का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार राज्यपाल डॉ रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें घटना से पूरी तरह से वाकिफ करते हुए दो पृष्ठों का ज्ञापन दिया.
एनडीए का आरोप है कि परदा के पीछे से घटना को अंजाम देने वाले राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके दोनों मंत्री पुत्रों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के खिलाफ तत्काल आवश्यक कार्रवाई हो. ज्ञापन में कहा गया है कि जिस इलाके में राजद का जुलूस निकला वह प्रतिबंधित क्षेत्र था तो फिर किसकी अनुमति से जुलूस निकला और जुलूस के आगे-पीछे चल रहा पुलिस बल क्या कर रहा था. हमला के वक्त लालू प्रसाद के पुत्र तेज प्रताप की गाड़ी घटना स्थल के आसपास मंडरा रही थी. यह एक सुनियोजित साजिश की ओर इशारा करता है. ज्ञापन में पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग कीगयी है.
प्रतिनिधि मंडल में थे शामिल
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय, जीतनराम मांझी, डॉ प्रेम कुमार , नंदकिशोर यादव, अरुण कुमार सिन्हा, आरके सिन्हा, देवेश कुमार, अनामिका पासवान, लोजपा के सत्यानंद शर्मा विधायक राजीव तिवारी और रालोसपा के सत्यानंद डांगी आदि .
यह सारा कार्य उन्होंने मंत्री पद पर रहते हुए किया लेकिन पुलिस और प्रशासन पूरी तरह मूकदर्शक बना रहा. आखिर क्या कारण है कि राजद के मामले में पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बन जाता है.
हमला भाजपा कार्यालय पर हुआ और जख्मी भाजपा कार्यकर्ता हुए लेकिन पुलिस राजद का पक्ष अधिक ले रही है. ज्ञापन में कहा गया है कि लालू प्रसाद एवं उनके परिजनों के ठिकानों पर आयकर के छापे से तिलमिलाये राजद कार्यकर्ता अपने नेता के इशारे पर हिंसा पर उतारू हो गये हैं. कभी भी राज्य में किसी गंभीर घटना को अंजाम दे सकते हैं. स्वयं राजद के प्रवक्ता ने ही स्वीकार किया है कि आयकर छापा के विरोध में राजद कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला .
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