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खुद की प्रॉपर्टी, खुद की बेटियां, पर कैद में कटीं मां की 18 रातें
सालिमपुर अहरा की रहनेवाली सुशीला देवी को हैं आठ बेटियां मां ने कहा, बेटी पूनम व दामाद से है खतरा विजय सिंह पटना : जिंदगी का अंतिम पड़ाव है, आठ बेटियां हैं, प्रापर्टी भी है, लेकिन जान खतरे में है और चैन हराम. खतरा किसी और से नहीं बल्कि उन्हीं से है, जिनको कोख से […]
सालिमपुर अहरा की रहनेवाली सुशीला देवी को हैं आठ बेटियां
मां ने कहा, बेटी पूनम व दामाद से है खतरा
विजय सिंह
पटना : जिंदगी का अंतिम पड़ाव है, आठ बेटियां हैं, प्रापर्टी भी है, लेकिन जान खतरे में है और चैन हराम. खतरा किसी और से नहीं बल्कि उन्हीं से है, जिनको कोख से जन्म दिया और जिनके पांव पूज कर दामाद बना कर घर के आंगन में माथे पर तिलक लगाया था. लेकिन आज परिस्थितियों ने ऐसी करवट ली कि जिंदगी का हर वक्त भय का गुलाम बन गया है. हम बात कर रहे हैं गांधी मैदान थाना क्षेत्र के सालिमपुर अहरा की रहनेवाली सुशीला देवी की. पिछली 18 रातों से अपने ही घर में कैद सुशीला देवी (70) को पटना पुलिस ने नाटकीय ढंग से मुक्त कराया. लेकिन जो कहानी सामने आयी है, वह चौंकाने वाली है.
दरअसल, सुशीला देवी की आठ बेटियां हैं. सबसे छोटी बेटी नेहा उनके साथ रहती है. हुआ यूं कि 22 अप्रैल को नेहा को किसी रिश्तेदार की शादी में जाना था. नेहा के शादी में जाने से सुशीला देवी घर में अकेली हो जाती हैं, उन्हें खतरा महसूस हुआ, तो उन्होंने बेटी के सामने एक प्रस्ताव रखा. सुशीला देवी ने कहा कि मैं घर में ही रहूंगी, तुम बाहर से ताला लगा कर चली जाओ.
घर में खाने का सारा सामान
रख कर नेहा चली गयी. इस दौरान सातवें नंबर की बेटी पूनम और उसके पति जब मां की तलाश में पहुंचे, तो देखा कि मकान में ताला बंद है. 27 तारीख तक जब ताला नहीं खुला, तो पूनम ने थाने से लेकर एसएसपी तक शिकायत की. उन्होंने अपनी बहन नेहा और जीजा पर आरोप लगाया कि उन्होंने मां को घर में या तो कैद कर दिया है या फिर कोई घटना हुई है.
इस पर सोमवार की रात जब गांधी मैदान थाने की पुलिस को छानबीन के लिए भेजा गया, तो पूनम ने मजिस्ट्रेट लेकर आने को कहा. इस पर पुलिस लौट आयी. मंगलवार की दोपहर एसएसपी केआदेश पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पहुंची और मकान का ताला खोला गया और सुशीला देवी को अंदर से निकाला गया.
मां ने दर्ज कराया बयान
बाहर निकलने के बाद मां सुशीला देवी ने बयान दिया कि उसे पूनम और उसके पति से खतरा है. दोनों उसकी प्राॅपर्टी लिखवाना चाहते हैं. इसलिए नेहा से उसने खुद कहा था कि वह बाहर से ताला लगा कर जाये और वह घर में रहेंगी. उन्होंने कहा कि पूनम से उन्हें जान का खतरा है. वहीं पूनम का कहना है कि नेहा मां की प्राॅपर्टी को हड़पना चाहती है और मां को मारना चाहती है. हालांकि यह पूरा मामला प्राॅपर्टी विवाद का है, लेकिन खुद की बेटियों की खींचतान, प्राॅपर्टी के विवाद की वजह से सुशीला देवी को अपने ही घर में कैद होकर 18 रातें गुजारनी पड़ीं. पुलिस ने सुशीला देवी का बयान दर्ज कर लिया है.
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