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चावल की कीमतें छूने लगीं आसमान, 4 से 15 रुपये तक का इजाफा
पटना : महंगाई से आम आदमी का पीछा फिलहाल छूटता नजर नहीं आ रहा है. चावल की कीमतें अासमान छूने लगी हैं. खुदरा बाजार में साधारण चावल में पिछले दो माह में पांच रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. उसना चावल चार रुपये प्रति किला से बढ़ कर 28 रुपये के स्तर पर पहुंच गया […]
पटना : महंगाई से आम आदमी का पीछा फिलहाल छूटता नजर नहीं आ रहा है. चावल की कीमतें अासमान छूने लगी हैं. खुदरा बाजार में साधारण चावल में पिछले दो माह में पांच रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. उसना चावल चार रुपये प्रति किला से बढ़ कर 28 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है. यह तेजी दो माह से बनी है. कारोबारियों के अनुसार मांग के अनुसार आवक कम है. वहीं, बासमती चावल के दाम में 15 रुपये तक का इजाफा हुआ है.
थोक में साधारण चावल में 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है. पिछले दो माह में सोनम चावल 30 रुपये बढ़ कर 35 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. मंसूरी उसना 24 रुपये से बढ़कर 28 रुपये, मंसूरी अरवा 24 रुपये से बढ़ कर 28 रुपये, परमल 23 रुपये से बढ़ कर 27 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गया है. सबसे अधिक तेजी बासमती चावल में अायी है. होली के वक्त जो चावल 65 रुपये प्रति किलो था, वह अब 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. वहीं, देहरादून चावल 80 रुपये से बढ़ कर 90 रुपये प्रति किलो हो गया है. जबकि, कतरनी 60 रुपये से बढ़ कर 75 रुपये प्रति किलो हो गया है.
लग्न के कारण भी मांग
मंसूर गंज के थोक कारोबारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि जहां तक बासमती चावल का सवाल है, तो कारोबारी इसे विदेश भेज रहे हैं. इस कारण लोकल मंडी में सही से आवक नहीं है. लग्न के कारण भी बासमती, देहरादून और कतरनी चावल की मांग बढ़ी हुई है. इस कारण इन चावलों के दाम में बढ़ोतरी हुई है. सरकार निर्यात कम कर दे तो भाव में कमी आ सकती है.
कहां-कहां से आता है चावल : पटना की मंडी में चावल लोकल के अलावा अन्य प्रदेशों से भी आता है. मुख्य रूप से उसना चावल पश्चिम बंगाल से आता है. इसके अलावा दिल्ली और यूपी से बासमती चावल तथा मध्य प्रदेश से देहरादून और कतरनी चावल आता है.
चीनी के भाव में भी उछाल
पिछले दो सप्ताह से चीनी के भाव में भी तेजी है. होली के बाद चीनी के भाव में दो रुपये प्रति किलो की गिरावट आयी थी. लेकिन, दो सप्ताह से चीनी के भाव में दो रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है. चीनी का भाव 42 रुपये बढ़ कर 44 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गया है. कारोबारियों की मानें तो आने वाले दिनों में चीनी के दाम में और इजाफा हो सकता है.
धान कुछ दिनों पहले समर्थन मूल्य से कम पर बिक रहा था. सरकार द्वारा किसानों से धान खरीद की व्यवस्था होने के बाद चावल के भाव बढ़े हैं. महाराष्ट्र और कर्नाटक में सूखा पड़ने के कारण इस बार गन्ना का पैदावार कम हुआ है. इससे चीनी के भाव में तेजी देखी जा रही है.
रमेश चंद्र तलरेजा, महासचिव, बिहार राज्य खुदरा विक्रेता महासंघ
मंडी में आवक कम होने और मांग अधिक होने के कारण चावल के दाम में लगातार इजाफा हो रहा है. लेकिन, कुछ दिनों के बाद भाव में सुधार होगा. बिहार सरकार समर्थन मूल्य पर कोटे के अनुसार धान का क्रय नहीं कर रही है. इसका भी असर बाजार में दिख रहा है. जमाखोरी का प्रश्न नहीं है.
गंगा प्रसाद, अध्यक्ष, बिहार राज्य खाद्यान्न व्यवसायी संघ
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