पटना सिटी: सिखों के दशमें गुरु गोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब पांच प्रमुख तख्तों में दूसरा बड़ा तख्त है. इस कारण देश- विदेश के सिखों का यह आस्था व श्रद्धा का केंद्र है. तख्त साहिब की विकास योजनाओं को मूर्त रूप देने के साथ 15 हजार स्क्वायर फुट के दीवान हॉल निर्माण की योजना प्रबंधक कमेटी ने बनायी है. योजना को मूर्त रूप देने में पांच करोड़ रुपये की लागत आयेगी, जो कार सेवा वाले संत बाबा कश्मीरा सिंह भूरी वाले के सहयोग से पूरा करने की है.
बन रहा है प्रारूप
तख्त साहिब परिसर के लंगर हॉल के सामने खाली जगह पर दीवान हॉल के निर्माण योजना को मूर्त रूप देने के लिए दिल्ली से आये वास्तुकार सरदार इंद्रजीत सिंह वालिया ने तख्त साहिब का निरीक्षण कर प्रारूप बनाने का काम शुरू किया है. इसकी तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार चरणजीत सिंह ने दी . वह दिल्ली में योजना को मूर्त रूप देने में लगे हैं. महासचिव के अनुसार बाल लीला गुरुद्वारा में कार सेवा करने वाले संत बाबा कश्मीरा सिंह भूरी वाले का सहयोग मिले, इसके लिए सोमवार को बाबा के साथ बैठक होगी. इसमें संत बाबा की मंजूरी मिलने के बाद ही इसके बाद ही आगे की योजना बनेगी.
क्या होगा फायदा
महासचिव ने बताया कि दीवान हॉल के बड़ा हो जाने के बाद गुरु पर्व के दौरान पंडाल बनाने के झंझट से मुक्ति मिलेगी.
साथ ही हॉल को आधुनिक सुविधाओं से लैस भी किया जायेगा. बताते चलें कि श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज की जन्मस्थली होने के कारण प्रकाश उत्सव के समय देश-विदेश से सिख संगत गुरु पर्व में शामिल होने आती है. ऐसे में तख्त साहिब परिसर में अस्थायी तौर पर पंडाल बनाया जाता है, जिसमें विशेष दीवान सजता है. इस कारण संगत को भी परेशानी होती है.