पटना: नगर निगम के इतिहास में शायद पहली बार फायदे का बजट पेश किया गया है. वित्तीय वर्ष 2014-15 में राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य 4887680821 रुपये रखा गया है, जबकि व्यय का प्रावधान 4887620807 रुपये का किया गया है. इससे नगर निगम को 60014 रुपये की अधिक आय होगी. निगम प्रशासन ने राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य काफी बढ़ाया है. पिछले वित्तीय वर्ष में राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य 3327330976 रुपये का था. बजट को लेकर मेयर अफजल इमाम की अध्यक्षता में सोमवार को हुई स्थायी समिति की बैठक में आय-व्यय की मंजूरी मिल गयी.
वसूली में बढ़ाया गया लक्ष्य
2013-14 में होल्डिंग टैक्स से वसूली का लक्ष्य 49.55 करोड़ निर्धारित था, जबकि 14-15 में इसे बढ़ा कर 81.15 करोड़ किया गया है, जो लगभग दोगुना है. निगम संपत्ति से आनेवाले राजस्व का भी लक्ष्य बढ़ाया गया है. विज्ञापन होर्डिग, तोरण द्वार, मार्केट, वधशाला आदि के मद से 15.91 करोड़ की वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया है, जबकि पिछले साल तक 5.76 करोड़ की वसूली निर्धारित थी. रोड कटिंग शुल्क से निगम को साढ़े सात लाख रुपये की वसूली होती थी, जो इस बार बढ़ा कर दो करोड़ का लक्ष्य कर दिया गया है. हालांकि, इसमें निगम प्रशासन कितना सफल होगा, यह बजट लागू होने के बाद ही पता चलेगा.
नगर आयुक्त रहे अनुपस्थित
स्थायी समिति की बैठक में नगर आयुक्त कुलदीप नारायण खुद उपस्थित नहीं रहे. नगर आयुक्त के प्रभार में लेखा वित्त नियंत्रक पीके राय को प्रतिनियुक्त किया गया था.
नगर आयुक्त ने बताया कि बिल्डिंग को लेकर हाई कोर्ट में केस चल रहा है, जिसकी सुनवाई 13 मार्च को होनेवाली है. इसको लेकर फाइलों को तैयार करने में जुटे हुए हैं. बैठक में डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता, सदस्य आभा लता, जय नारायण शर्मा, विनोद कुमार के अलावा नगर सचिव आरती और स्पर के अधिकारी उपस्थित थे.