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एकता के सूत्र में बांध कर रखें उलेमा
फुलवारीशरीफ : इमारते शरिया के नाजिम मौलाना अनिसुर्रहमान कासमी ने कहा कि कौम व मिल्लत को एकता के सूत्र में बांध कर रखने में उलेमा अहम किरदार हैं. इस समय असामाजिक तत्व देश की एकता को धूमिल करने में लगे हैं. इन हालत में उलेमा की जिम्मेदारी है कि लोगों को आपसी सौहार्द और भाइचारे […]
फुलवारीशरीफ : इमारते शरिया के नाजिम मौलाना अनिसुर्रहमान कासमी ने कहा कि कौम व मिल्लत को एकता के सूत्र में बांध कर रखने में उलेमा अहम किरदार हैं. इस समय असामाजिक तत्व देश की एकता को धूमिल करने में लगे हैं. इन हालत में उलेमा की जिम्मेदारी है कि लोगों को आपसी सौहार्द और भाइचारे का संदेश दें और असामाजिक तत्वों के षड्यंत्र को सफल न होने दें.
रविवार को इमारते शरिया में दो दिवसीय मदरसा शिक्षकों की कार्यशाला समापन से पूर्व अनिसुरर्हमान कासमी ने कहा कि मानव समाज और सभ्यता के निर्माण में शिक्षकों का किरदार अहम है.
मदरसों की व्यवस्था को बेहतर करें. शिक्षाविद् प्रो नइम ने मदरसों में अति अाधुनिक शिक्षा के साथ-साथ छात्रों से सेवा की भी अपील की. मुख्य काजी काजी अब्दुल जलील ने कहा कि इसलामी शिक्षा के प्रचार करने की जरूरत है. नायेब नाजिम सनाउल्ल होदा कासमी ने कहा कि शिक्षक प्यार से छात्रों को शिक्षित करें और शिक्षा के साथ-साथ उनके चरित्र का भी निर्माण करें. इनके अलावा मौलाना शिबली अल कासमी, मौलाना रिजवान नदवी, काजी वसी अहमद कासमी आदि ने भी अपने विचार रखे. 11 और 12 अप्रैल को इस तरह की तीसरा कार्यशाला आयोजन होगा.
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