प्रकाश पर्व के दौरान सिख श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्यटन निगम ने की थी खरीदारी
पटना : बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के मुख्यालय कौटिल्य विहार के वर्कशॉप में एक माह से अधिक से लाखों रुपये की लागत से खरीदे गये इ-रिक्शा धूल फांक रहे हैं. इन इ-रिक्शा का प्रयोग प्रकाश पर्व के दौरान सिख श्रद्धालुओं को एक से दूसरे जगह पहुंचाने के लिए किया गया था. उसके बाद से यह रिक्शा पर्यटन निगम के वर्कशॉप में खड़े हैं. लेकिन, सुरक्षा के लिहाज से ब्लू रंग के परदे से ढके हुए हैं.
जानकारी के अनुसार इ-रिक्शा के लिए केंद्र सरकार ने बिहार में जैन सर्किट के विकास के लिए पर्यटन निगम को राशि उपलब्ध करायी थी. इसके तहत पर्यटन निगम ने आठ बड़े और 10 छोटे इ-रिक्शे दिसंबर माह में खरीदे थे. सरकार के आदेश के बाद इन रिक्शों का उपयोग गुरु गोबिंद सिंह की 350वीं जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश पर्व के दौरान किया गया था.
निगम से मिली जानकारी के अनुसार इन रिक्शा को जैन तीर्थ आरा, राजगीर, पावापुरी, वैशाली, कुंडलपुर में संचालित होना था, लेकिन अब तक जैन तीर्थ के प्रबंधक को ये रिक्शे नहीं सौंपे गये हैं. इस संबंध में पर्यटन निगम के मुख्य अभियंता ओम प्रकाश अंबरकर ने बताया कि आवंटन के अनुसार जैन तीर्थ प्रबंधक को सौंपने की कार्रवाई की जा रही है.
वहीं बिहार स्टेट दिगंबर जैन
तीर्थ क्षेत्र कमेटी के मानद मंत्री पराग जैन ने बताया कि जैन सर्किट के तहत प्रमुख जैन तीर्थ में इ-रिक्शा चलाने की योजना है. लेकिन अभी तक पर्यटन निगम ने कोई कार्यवाही नहीं की है. पर्यटन निगम से मिली जानकारी के अनुसार पर्यटन विभाग ने पर्यटन निगम को हैंड अोवर नहीं किया गया है. इस कारण भी आगे की कार्रवाई सुस्त पड़ी है.